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-सीमा कुमारी
इस वर्ष का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को ‘कार्तिक पूर्णिमा’ के दिन लग रहा है। पहला चंद्रग्रहण 16 मई को लग चुका है। इस साल कुल चार ग्रहण लगे हैं, जिसमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण है।
‘कार्तिक पूर्णिमा’ के दिन कार्तिक का महीना समाप्त हो जाता है। कार्तिक की पूर्णिमा पर गंगा तट पर लाखों लोग गंगा स्नान करते हैं। इस बार चंद्र ग्रहण के कारण एक दिन पहले ही गंगा के तट पर लाखों लोग स्नान करेंगे और ‘देव दीपावली’ मनाएंगे। कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण शाम को 6.20 मोक्ष होगा और ग्रहण का सूतक काल सुबह सुबह 08:10 बजे आरंभ हो जाएगा। आइए जानें चंद्र ग्रहण का समय और इससे जुड़ी बातें –
साल 2022 का दूसरा चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा। यह भारत के समय के अनुसार 8 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शाम 7 बजकर 27 बजे तक लगेगा।
साल का आखिरी चंद्रग्रहण भारत समेत दक्षिणी/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक और हिंद महासागर में देखने को मिलेगा।
चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटे पूर्व सूतक काल शुरू हो जाता है। ऐसे में सूतक लगने से पहले ही ‘देव दीपावली’ मनाई जाएगी। हालांकि, ज्योतिष -शास्त्र के अनुसार, दूसरा चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए भारत में इस चंद्र गहण का धार्मिक व कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ेगा। साथ ही सूतक काल मान्य नहीं होगा। इसलिए इस दौरान पूजा पाठ में भी कोई परेशानी नहीं है, फिर भी, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान कर भोजन करना उचित होगा।
चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण लगने से सभी राशियों पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। राशियों के अनुसार ही लोगों को व्यापार, नौकरी, पढ़ाई आदि क्षेत्र में कार्य करना चाहिए। इतना ही नहीं, गर्भवती महिलाओं व छोटे बच्चों को भी ग्रहण के समय सतर्क रहना चाहिए। इस दौरान घर के बाहर खुले आसमान के नीचे निकलना नहीं चाहिए। कुछ भी खाने-पीने से बचना चाहिए।