-सीमा कुमारी
आमतौर पर दक्षिण भारतीय घरों या रेस्त्रां में केले के पत्ते (Banana Leaf) पर भोजन करने की विशेष परंपरा है। कुछ हिंदू घरों में आज भी तीज त्योहार के अवसर पर देवी-देवताओं को भोग लगाने के लिए केले के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। रिसर्च के मुताबिक, खाने के लिए कागज, प्लास्टिक या स्टील के प्लेट की तुलना में अगर केले के पत्ते का प्रयोग किया जाए, तो ये हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। आइए जानें केले के पत्ते पर खाने से और क्या-क्या फायदे हैं-
जानकारों के मुताबिक, आज के समय में पर्यावरण एक बड़ा मुद्दा है। आमतौर पर पार्टी में प्लास्टिक या स्टीरोफोम के प्लेट्स का इस्तेमाल किया जाता है। खाने के बाद इन प्लेट्स को डिकंपोज करनी मुश्किल होता है। आप इसकी बजाय केले के पत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं। केले के पत्ते में जगह ज्यादा होती है, तो आसानी से परोस सकते हैं। इसके अलावा केले के पत्ते को साफ करने के लिए ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है। ये खुद बहुत हाइजीनिक होता है।
केले के पत्ते में खाने का सबसे बड़ा फायदा ये है, कि इससे हमारे शरीर में किसी भी प्रकार का कोई रासायनिक पदार्थ प्रवेश नहीं कर पाता है। जबकि प्लास्टिक की प्लेट में खाने से पिघली हुई प्लास्टिक का कुछ अंश हमारे शरीर में भी चला जाता है। जो कैंसर जैसी भयानक बीमारी का कारण भी बन सकता है। ऐसे में केले के पत्ते पर खाना खाना स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत फायदेमंद है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, केले के पत्तों पर भोजन करना सबसे किफायती और सस्ता विकल्प है। इसके लिए आपको अधिक खर्च नहीं करना पड़ता और आप बिना किसी बर्तन को खरीदे ही आसानी से केले के पत्ते पर कई लोगों को खिला सकते हैं।
केले के पत्तों पर मोम की एक पतली परत होती है, जिसका स्वाद बहुत अलग होता है। गर्म खाना केले के पत्तों पर परोसा जाए तो ये परत खोने के स्वाद को और भी बढ़ा देता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, केले के पत्ते में पॉलीफेनॉल्स नाम का एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। जब इस पर खाना परोसा जाता है, तो खाना भी कुछ मात्रा में इसे अवशोषित कर लेता है, जो कई तरह की हेल्थ से जुड़ी समस्याओं से हमें बचाता है।
यह शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स से बचाने में भी मदद करता है। इसके अलावा, इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो खाने में मौजूद बैक्टीरिया को समाप्त करने में मदद करता है और हम कई बीमारियों से बच सकते हैं।