गुरू पूर्णिमा करें इन फूड्स का सेवन (सौ.सोशल मीडिया)
सावन के महीने में एक से बढ़कर एक व्रत- त्योहार आते है इसे लेकर भक्तों में काफी उत्साह बना होता है। ऐसा ही एक त्योहार गुरू पूर्णिमा 21 जुलाई को आने वाला है जो गुरु को समर्पित खास दिन में से एक होता है। महाभारत की रचना करने वाले महर्षि वेदव्यास की जन्म तिथि को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है तो वहीं पर इस दिन को बौद्ध धर्म में बुद्ध पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है।
यहां पर गुरू पूर्णिमा के दिन आप नियम के साथ गुरू का ध्यान करें। यहां पर गुरू पूर्णिमा को लेकर एक दोहा प्रसिद्ध होता है जिसमें कहा गया है कि, ‘गुरु गोविन्द दोऊ खड़े, काके लागूं पाय, बलिहारी गुरू अपने गोविन्द दियो बताय.’ जिसका अर्थ बताता है कि, गोविंद यानी भगवान और गुरु एक साथ खड़े हो तो पहले गुरु को प्रणाम करना चाहिए. क्योंकि गुरु के कारण ही भगवान के दर्शन का अवसर मिला है। इस दिन को आपके जीवन में आने वाले गुरूओं को समर्पित माना गया है।
कहा जाता है कि, गुरू पूर्णिमा के दिन सात्विक भोजन करना सही माना इस दिन आप अगर दिन को बेहतर बनाना चाहते है तो इन खास प्रकार की डिश बना सकते है।
गुरु पूर्णिमा के दिन अगर आप सात्विक भोजन करने के नियम का पालन करते है तो, इस दिन सूजी का हलवा बना सकते है इसे प्रसाद के रूप में बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए एक गहरे पैन में 1/3 कप चीनी में 1 कप पानी और आधा चम्मच इलायची पाउडर डाल कर चीनी घुलने तक पकाते हुए शुगर सिरप तैयार कर लें. एक पैन को गर्म करने के बाद एक चम्मच देसी घी डालें. अब पैन में आधा कप सूजी डालकर सुनहरा होने तक भून लें. अब इसमें तैयार किया गया सुगर सिरप डाल कर मिला लें. मध्यम या तेज आंच पर तीन-चार मिनट के लिए सूजी पकने तक बीच-बीच में चलाते हुए पकाएं. गैस ऑफ करें और अपने पसंद के भुने हुए ड्राई फ्रूट्स के साथ हलवा सर्व करें।
गुरू पूर्णिमा के मौके पर आप सात्विक भोजन में केसरी सेवइयां बना सकते है इसका सेवन करना चाहिए। केसरी सेवइयां बनाने के लिए सबसे पहले 8-10 काजू और 12-15 किशमिश गोल्डन होने तक घी में तल लें. एक कटोरी में दो चम्मच गर्म दूध में केसर के कुछ धागे डाल कर रख लें. अब बचे हुए घी में सेवइयां डालकर गोल्डन होने तक भून लें. इसके बाद सेवइ में आधा कप गर्म पानी डाल दें. केसर वाला दूध और आधा कप चीनी डालकर मीडियम-लो फ्लेम पर पानी सूखने तक पका लें. ड्राई फ्रूट्स से गार्निश कर सर्व करें।
गुरू पूर्णिमा के मौके पर आप सात्विक भोजन में पंचामृत का सेवन कर सकते है। इसमें दूध, घी, दही, हनी और चीनी जैसे कुल पांच चीजों को मिलाकर पंचामृत बनाया जाता है। इसे धार्मिक अनुष्ठान में पंचामृत का प्रसाद बनाना फायदेमंद होता है। इसे पूजा के लिए बनाने के लिए एक बड़े बाउल में एक कप दूध, एक चम्मच देसी घी, एक चम्मच दही, एक चम्मच हनी और एक चम्मच चीनी डाल कर मिला लें. अब इसमें एक कटा हुआ केला, चुटकी भर इलायची पाउडर और कुछ केसर के धागे डाल कर मिला लें।
गुरु पूर्णिमा के खास मौके पर आप सात्विक भोजन में साउथ इंडियन डिश बना सकते है इसे बनाना बिल्कुल आसान है औऱ इसकी विधि भी आसान है। मीठा पोंगल बनाने के लिए एक नॉन स्टिक पैन में 1/4 मूंग दाल और 1 बड़ा चम्मच चना दाल भून लीजिए. घीरे-धीरे एक कप चावल डालकर गोल्डन ब्राउन होने तक भूनें. इस मिश्रण को एक प्रेशर कुकर में डाल कर आधा कप पानी डाल कर 5 सीटी लगाएं. पके हुए मिश्रण में एक कप दूध और 1/4 पानी डाल कर मिला दें. तड़का तैयार करने के लिए 2 चम्मच घी में 1 चम्मच काजू और 1 चम्मच किशमिश डाल कर फ्राई कर लें. तैयार पोंगल में तड़का डाल कर मिला लें और गरमा गरम सर्व करें।