जम्मू कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला व पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती (फोटो- सोशल मीडिया)
श्रीनगर: सिंधु जल संधि के अस्थायी निलंबन के बाद जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक और नई जुबनी जंग छिड़ गई है। वुलर झील पर रुकी पड़ी तुलबुल नौवहन परियोजना को दोबारा शुरू करने की मांग ने पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस के बीच विवाद खड़ा कर दिया है। एक ओर मुख्यमंत्री इसे जम्मू-कश्मीर के हितों से जुड़ा मुद्दा बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर महबूबा मुफ्ती ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि यह बयान भड़काऊ है और इससे क्षेत्र की शांति पर खतरा मंडरा सकता है।
इस परियोजना को लेकर दोनों नेताओं की सोच पूरी तरह विपरीत नजर आ रही है। जहां उमर इसे विकास और जलाधिकार से जुड़ा मुद्दा बता रहे है तो वहीं दूसरी ओर महबूबा ने इसे शांति और कूटनीति के लिए खतरा माना है। इस बहस के केंद्र में सिंधु जल संधि की वैधता और जम्मू-कश्मीर के संसाधनों पर उसका प्रभाव है, जिससे यह मामला अब सिर्फ एक परियोजना नहीं, बल्कि एक बड़ी राजनीतिक बहस में बदल गया है।
Is that really the best you can do? Taking cheap shots at a person you yourself have called Kashmir’s tallest leader. I’ll rise above the gutter you want to take this conversation to by keeping the late Mufti Sahib and “North Pole South Pole” out of this. You keep advocating the… https://t.co/R6wGL2o4tL
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 16, 2025
तुलबुल परियोजना पर बयानबाजी से गरमाया सियासी माहौल
वुलर झील पर दशकों से लंबित तुलबुल नौवहन परियोजना को लेकर फिर से चर्चा तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने सिंधु जल संधि के निलंबन को आधार बनाकर इस परियोजना को दोबारा शुरू करने की वकालत की है। उनका कहना है कि यह समझौता जम्मू-कश्मीर के जल अधिकारों पर सबसे बड़ा हमला रहा है और अब वक्त आ गया है कि इस ऐतिहासिक अन्याय को सुधारा जाए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल झेलम में नौवहन संभव होगा, बल्कि सर्दियों में जलविद्युत उत्पादन भी बेहतर हो सकेगा।
J&K Chief Minister Omar Abdullah’s call to revive the Tulbul Navigation Project amid ongoing tensions between India & Pakistan is deeply unfortunate. At a time when both countries have just stepped back from the brink of a full-fledged war—with Jammu and Kashmir bearing the brunt… https://t.co/LZrVAhIukQ
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) May 16, 2025
महबूबा ने बताया भड़काऊ, उमर ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी को बेहद गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक करार दिया। उनका कहना है कि इस समय ऐसा कोई भी बयान, जो भारत-पाक तनाव के बीच भड़काने का कारण बन सकता है, बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि सस्ती लोकप्रियता के लिए सीमा पार के लोगों को खुश करना बंद करना होगा और राज्य के हितों की खुलकर वकालत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से सिंधु जल संधि का विरोध करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे।