श्रीनगर के खानयार इलाके में तलाशी अभियान (फाइल फोटो)
श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में नई सरकार के गठन के बाद आतंकियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि कई इलाकों से सुरक्षा बलों को हटाए जाने के बाद आतंकियों ने अपना सिर उठाना शुरू कर दिया है। जम्मू कश्मीर में हाल के महीनों में जिस तरह से आतंकी गतिविधियां बढ़ीं हैं, उससे उमर अब्दुल्ला सरकार को सीख लेने की जरूरत कही जा रही है।
दीपावली के त्यौहार के बीच खानयार इलाके में आतंकियों और सेना के साथ मुठभेड़ करने की खबर मिली है। मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने घेराबंदी करके इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी में बताया जा रहा है कि इस इलाके के एक दर्जन से अधिक घरों को खाली कर लिया गया है। इस इलाके में फिलहाल दो से तीन आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना आ रही है। उसी के बाद सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद खानयार इलाके में शनिवार सुबह घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। इस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चलाईं जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और तलाश अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी जारी है, लेकिन अभी तक दोनों ओर से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
इसे भी पढ़ें…सुरक्षाबलों ने 3 दिन के अंदर आतंकियों के 2 मददगार किए गिरफ्तार, चाइनीज हैंड ग्रेनेड के साथ पिस्टल व कारतूस बरामद
सेना के जवानों ने आतंकवाद रोधी अभियानों के तहत देर रात से ही तलाशी शुरू कर दी थी। जम्मू कश्मीर में बीते कुछ दिनों से एक बार आतंकी गतिविधि के बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले 1 नवंबर 2024 को आतंकियों ने उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा में 14 राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर पर हमला किया था। सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद आतंकी वहां से भाग गए। आतंकियों ने बडगाम में दो प्रवासी मजदूरों पर फायरिंग की थी, जिसके बाद सेना ने आतंकियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी शुरू कर दी थी।