बंगाल में बीजेपी नेताओं पर हमला (सोर्स- सोशल मीडिया)
West Bengal News: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में पथराव की एक घटना में भारतीय जनता पार्टी के सांसद खगेन मुर्मू घायल हो गए। भारी बारिश और बाढ़ के बाद भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल पहुंचा। पार्टी ने राज्य में सत्तारूढ़ टीएमसी पर आरोप लगाया है कि राहत कार्य के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले किए जा रहे हैं।
सामने आई जानकारी के मुताबिक भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष पर भीड़ ने हमला किया। जब सांसद और विधायक वहां से निकल रहे थे, तो भीड़ ने उनकी कार पर पथराव कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया।
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों द्वारा फेंके गए पत्थरों से सांसद खगेन मुर्मू के सिर में गंभीर चोटें आईं और शंकर घोष के चेहरे पर चोटें आईं। इस घटना से इलाके में तनाव फैल गया है। भाजपा ने इस हमले के लिए ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है।
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने लिखा, “बंगाल में टीएमसी का जंगल राज।” भाजपा सांसद खगेन मुर्मू एक सम्मानित आदिवासी नेता हैं और उत्तरी मालदा से दो बार सांसद रह चुके हैं। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के बाद जलपाईगुड़ी के दुआर्स क्षेत्र में नागराकाटा जाते समय उन पर टीएमसी के गुंडों ने हमला किया।
TMC’s Jungle Raj in Bengal! BJP MP Khagen Murmu, a respected tribal leader and two-time MP from North Malda, was attacked by TMC goons while on his way to Nagrakata in Jalpaiguri’s Dooars region to help with relief and rescue efforts after devastating rains, floods, and… pic.twitter.com/pqpd9Vyrk9 — Amit Malviya (@amitmalviya) October 6, 2025
उन्होंने आगे लिखा कि जब ममता बनर्जी कोलकाता कार्निवल में नाच रही थीं, तब टीएमसी और राज्य प्रशासन गायब थे। जो भाजपा नेता और कार्यकर्ता वास्तव में लोगों की मदद कर रहे हैं उन पर हमले किए जा रहे है। यह टीएमसी का बंगाल है, जहां क्रूरता का बोलबाला है और दया को दंडित किया जाता है।
दार्जिलिंग जिले में हुए विनाशकारी भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि आपदा प्रबंधन कर्मियों ने सोमवार को भी बचाव अभियान जारी रखा, क्योंकि कई लोग लापता हैं और हज़ारों पर्यटक कटावग्रस्त पहाड़ियों में फंसे हुए हैं। उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने कहा कि रविवार देर रात एक और शव मिलने के साथ ही मृतकों की संख्या बढ़ गई।
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उन्होंने मीडिया को स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। कई लोग अभी भी लापता हैं और मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। लगातार हो रही बारिश बचाव अभियान में बाधा डाल रही है।” अधिकारियों ने बताया कि मात्र 12 घंटों में 300 मिमी से अधिक बारिश के कारण हुए भूस्खलन ने दार्जिलिंग पहाड़ियों और तलहटी में स्थित डुआर्स क्षेत्र को तबाह कर दिया है।