
सांकेतिक तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
Today Weather Update: दीवाली के बाद दिल्ली की हवा अभी भी जहरीली बनी हुई है। शुक्रवार को एक्यूआई 200 के पार रहा और अक्टूबर की सबसे ठंडी सुबह भी दर्ज की गई। दिल्ली वालों को प्रदूषण से फौरी राहत मिल सकती है, लेकिन एक पश्चिमी विक्षोभ बारिश ला सकता है। वहीं, देश के दूसरे हिस्सों में छठ पर्व से पहले बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का खतरा मंडरा रहा है, जिसने मौसम विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
दिल्ली में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता में आंशिक सुधार देखा गया, जब एक्यूआई ‘बहुत खराब’ से ‘खराब’ श्रेणी (275) में आया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार यह राहत हवा चलने से मिली है। हालांकि, आनंद विहार 414 एक्यूआई के साथ सबसे प्रदूषित रहा। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दो सालों में अक्टूबर में सबसे कम है। शनिवार को धुंध के बाद आसमान साफ रहने, लेकिन रविवार शाम से सोमवार-मंगलवार को हल्की बारिश होने का अनुमान है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव क्षेत्र को लेकर बेहद खराब मौसम की चेतावनी जारी की है। 24 अक्टूबर की सुबह बने इस सिस्टम के 27 अक्टूबर तक पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए एक चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ में बदलने की पूरी संभावना है। थाईलैंड द्वारा दिए गए इस नाम का अर्थ ‘सुगंधित फूल’ है। इस तूफान के कारण तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों में अगले कुछ दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिसके चलते IMD ने इन राज्यों के कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया है।
‘मोंथा’ के चलते 27 अक्टूबर से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी अगले तीन दिनों तक बहुत तेज बारिश की आशंका है। भुवनेश्वर मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि बंगाल से सटे होने के कारण इसका असर बिहार और झारखंड में भी दिख सकता है, जिससे छठ पर्व की तैयारियों पर असर पड़ सकता है।
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उधर, केरल में रात भर हुई भारी बारिश और तेज हवाओं से पेड़, बिजली के तार गिर गए, जिससे घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है। तमिलनाडु में भी उत्तर-पूर्व मॉनसून सक्रिय है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है। केंद्र सरकार ने भी किसानों की भीगी धान की खरीद के लिए नमी सीमा 17% से 21% करने के आकलन हेतु एक टीम भेजी है। मछुआरों को 25 अक्टूबर से समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गई है।






