
सुदीप बंदोपाध्याय (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः केंद्र सरकार सांसदों का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेशों में भेजकर पाकिस्तान को आतंकवाद पर एक्सपोज करने की योजना बनाई है। इस प्रतिनिधिमंडल का ऐलान होते ही सियासी हंगामा खड़ा हो गया है। शशि थरूर के नाम को लेकर मामला गर्माया हुआ है। इसी बीच टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने से इंकार कर दिया।
सुदीप ने बताया कि उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है। उन्हें संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने फोन किया था। हालांकि उन्होंने मना कर दिया है।
पाकिस्तान को एक्सपोज करने विदेश जाएंगे सासंद
गौरतलब है कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टोलेरेंस की नीति, पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत के पक्ष को दुनिया के देशों के सामने रखने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का ऐलान किया है। सरकार सात प्रतिनिधिमंडलों को अलग-अलग देशों के दौरे पर भेजेगी, जिसके हर प्रतिनिधिमंडल में 6 से 7 सांसद होंगे।
क्यों सरकार ऑफर टीएमसी सांसद ने ठुकराया
टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने प्रतिनिधिमंडल में ना शामिल होने की वजह खुद बताई है। उन्होंनें कहा कि किरेन रिजिजू ने सरकार की तरफ से मुझो फोन किया था और अमेरिका जाने के लिए कहा। लेकिन मैंने उन्हें बताया कि स्वास्थ्य कारणों से इस प्रतिनिधिमंडल नें नहीं शामिल हो पाउंगा। संसदीय कार्य मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में बताया कि ‘सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद से निपटने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ दृष्टिकोण को दुनिया के सामने रखेंगे। वे दुनिया के सामने आतंकवाद के खिलाफ हमारी जीरो टोलेरेंस की नीति का मजबूत संदेश लेकर जाएंगे।’
शशि थरूर के नाम पर क्यों है कांग्रेस को ऐतराज
बता दें कि इस विदेश जाने वाले सर्वदलीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर के हाथों में सौंपी गई है। थरूर अमेरिका में आतंकवाद पर भारत का पक्ष रखेंगे। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने थरूर को अमेरिका भेजने पर ऐतराज जताया है। कांग्रेस सांसद जयराम रमेंश ने कहा कि सरकार की तरफ से तीन सांसदों के नाम मांगे गए थे, कांग्रेस पार्टी की तरफ से जिन सांसदों का नाम दिया गया, उसमें शशि थरूर का नाम ही नहीं था।






