प्रतीकात्मक तस्वीर- कोरोना
क्र.सं.
|
राज्य / केंद्र शासित प्रदेश का नाम
|
सक्रिय मामले
|
ठीक हुए/डिस्चार्ज/प्रवासित
|
मृत्यु* (नीचे कारणों का विवरण)
|
|||
---|---|---|---|---|---|---|---|
कुल
|
कल से परिवर्तन
|
1 जनवरी 2025 से संचयी
|
कल से परिवर्तन
|
1 जनवरी 2025 से संचयी
|
कल से मृत्यु
|
||
1
|
आंध्र प्रदेश
|
22
|
4
|
265
|
6
|
0
|
|
2
|
अरुणाचल प्रदेश
|
0
|
3
|
0
|
0
|
||
3
|
असम
|
23
|
5
|
75
|
11
|
0
|
|
4
|
बिहार
|
11
|
4
|
121
|
4
|
0
|
|
5
|
चंडीगढ़
|
2
|
1
|
6
|
1
|
0
|
|
6
|
छत्तीसगढ़
|
47
|
4
|
130
|
9
|
2
|
|
7
|
दिल्ली
|
428
|
3
|
3206
|
54
|
17
|
|
8
|
गोवा
|
3
|
24
|
0
|
0
|
||
9
|
गुजरात
|
454
|
46
|
3047
|
70
|
2
|
|
10
|
हरियाणा
|
61
|
5
|
428
|
21
|
0
|
|
11
|
हिमाचल प्रदेश
|
0
|
4
|
0
|
0
|
||
12
|
जम्मू और कश्मीर
|
23
|
5
|
40
|
0
|
0
|
|
13
|
झारखंड
|
10
|
48
|
0
|
1
|
||
14
|
कर्नाटक
|
171
|
43
|
2319
|
84
|
11
|
|
15
|
केरल***
|
740
|
50
|
7130
|
196
|
40
|
|
16
|
लद्दाख
|
0
|
5
|
0
|
0
|
||
17
|
मध्य प्रदेश
|
82
|
196
|
6
|
5
|
||
18
|
महाराष्ट्र
|
256
|
40
|
2106
|
65
|
33
|
|
19
|
मणिपुर
|
137
|
1
|
34
|
14
|
0
|
|
20
|
मेघालय
|
1
|
0
|
0
|
0
|
||
21
|
मिजोरम
|
0
|
2
|
0
|
0
|
||
22
|
नगालैंड
|
1
|
0
|
0
|
0
|
||
23
|
ओडिशा
|
25
|
5
|
130
|
8
|
0
|
|
24
|
पुदुचेरी
|
3
|
1
|
119
|
0
|
0
|
|
25
|
पंजाब
|
56
|
2
|
93
|
7
|
3
|
|
26
|
राजस्थान
|
178
|
18
|
505
|
33
|
3
|
|
27
|
सिक्किम
|
31
|
4
|
134
|
12
|
0
|
|
28
|
तमिलनाडु
|
98
|
15
|
911
|
29
|
7
|
|
29
|
तेलंगाना
|
6
|
2
|
27
|
2
|
0
|
|
30
|
त्रिपुरा
|
2
|
1
|
5
|
0
|
0
|
|
31
|
उत्तराखंड
|
10
|
1
|
64
|
2
|
0
|
|
32
|
उत्तर प्रदेश
|
169
|
48
|
744
|
64
|
2
|
|
33
|
पश्चिम बंगाल
|
747
|
412
|
0
|
1
|
||
कुल#
|
3797
|
292
|
22333
|
698
|
127
|
0
|
|
*पश्चिम बंगाल – कोविड-19 डेटा की प्रतीक्षा है
|
देश में अभी 3797 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। वहीं जनवरी 2025 से अब तक 22333 लोग करोना से ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा इस साल 127 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
बता दें कि इस समय देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कोविड के चार नए वैरिएंट मिले हैं। ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई, वे LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के हैं। हालांकि, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने इन वैरिएंट को चिंताजनक नहीं माना है। निगरानी में रखे गए वैरिएंट को कैटेगराइज किया गया है। चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में बढ़ते कोरोना के मामलों में यही वैरिएंट मिला है।