शिरडी साईं मंदिर
महाराष्ट्र: साईं की महिमा अपरंपार है, शायद की कोई ऐसा होगा जो साईबाबा की महिमा न जानता हो। ऐसे में बड़े श्रद्धा के साथ भक्तजन साईधाम पहुंचते है और ख़ुशी ख़ुशी मंदिर में चढ़ावा देते है। बीते साल 2022 में शिरडी में साईबाबा के चरणों में 400 करोड़ का दान दिया गया है। जी हां मिली जानकारी के मुताबिक दक्षिणा पेटी में 166, दान काउंटर पर 66 करोड़, 25 किलो सोना और इसके अलावा 326 ग्राम चांदी भी साईं बाबा के चरणों में अर्पित की गई है। इस तरह कुल 400 करोड़ का दान शिरडी के साई मंदिर में चढ़ाया गया है।
देश भर में श्रद्धालुओं के पूजा स्थल के रूप में पहचाने जाने वाले शिरडी के साईं मंदिर को इस साल एक जनवरी से 26 दिसंबर तक कुल 394 करोड़ 28 लाख 36 हजार का दान संस्थान को मिला है। 31 दिसंबर तक के चंदे के साथ ही इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि यह आंकड़ा 400 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर को पार कर जाएगा। साईं संस्थान की आय लगातार बढ़ रही है। हर साल साईं बाबा के चरणों में चढ़ाया जाने वाला दान भी बढ़ रहा है।
साईं संस्थान का वित्तीय वर्ष अप्रैल से मार्च तक होता है। लेकिन जनवरी से दिसंबर तक कैलेंडर वर्ष के दौरान साईं संस्थान द्वारा प्राप्त दान की राशि के बारे में बहुत से लोग उत्सुक हैं। इस बीच इस साल यह दान बहुतायत में प्राप्त हुआ है और साईं भक्तों ने लगभग चार सौ करोड़ का दान साईं चरण को चढ़ाया है।
इस बीच, साईं संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जाधव ने कहा कि संस्थान भक्तों से प्राप्त दान के माध्यम से विभिन्न भक्ति और सामाजिक कार्य करता है। साईं संस्थान के साईनाथ अस्पताल में मुफ्त और साईं बाबा अस्पताल में मामूली कीमत पर चिकित्सा उपचार प्रदान किया जाता है। गरीब मरीजों को बड़ी बीमारियों के लिए मेडिकल सब्सिडी दी जाती है।
प्रसादालय में मुफ्त भोजन दिया जाता है। हर साल करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालु इसका लाभ उठाते हैं। संस्थान के शैक्षिक परिसर में छह हजार छात्र नाममात्र की दर पर ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं। भक्तों को मध्यम दरों पर आवास प्रदान किया जाता है। संस्थान राष्ट्रीय और प्राकृतिक आपदाओं में भी मदद करता है। संस्थान में लगभग छह हजार कर्मचारी हैं। मंदिर में चढ़े हुए चढ़ावे का इस तरह समाजकार्य में उपयोग किया जाता है।
इस वर्ष साई मंदिर को 400 करोड़ रुपये का दान दिया गया है, जिसमें से दक्षिणापेट्टी में 166 करोड़, दान काउंटरों पर 72 करोड़ 26 लाख, डेबिट/क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 41 करोड़, ऑनलाइन दान के माध्यम से 82 करोड़, चेक, डीडी, मनी ऑर्डर, सोना के माध्यम से 20 करोड़ 25 किलो 578 ग्राम, चांदी 326 ग्राम, यह दान भी शामिल है।
इस बीच, शिरडी साईंबाबा को दान, सोना, चांदी या रुपये हो, साईं मंदिर में जमा किया जाता है। वहीं, भक्त दान काउंटर पर दान करते हैं और रसीद प्राप्त करते हैं। सोने और चांदी के बड़े दान जैसे मुकुट, सवर्ण हार, बर्तन, मंदिर की वस्तुएं आदि साईं संस्थान टकसाला द्वारा मूल्यवान हैं। इसे बनाने की कोई मजदूरी नहीं है। केवल मूल सोने की कीमतों का दान किया जाता है।