
यति नरसिंहानंद (सोर्स- वीडियो)
Yati Narsinghanand Remark: यूपी के गाजियाबाद स्थिति डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने गिरि ने एक बार विवादित बयान देकर माहौल गरमा दिया है। इस बार उन्होंने देश के पूर्व राष्ट्रपति और ‘मिसाइलमैन’ भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को टारगेट किया है।
इस बार उन्होंने देश के मिसाइल मैन कहे जाने वाले पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। यति ने न सिर्फ उन पर अफजल गुरु से हमदर्दी रखने का आरोप लगाया, बल्कि उन्हें जिहादी भी बताया। हैरानी की बात यह है कि यति ने यह सब पुलिस अधिकारियों के सामने कहा जो उनके सामने हाथ जोड़ रहे थे।
दरअसल, यति नरसिंहानंद ने सोमवार को प्रधानमंत्री आवास जाने का ऐलान किया था। वह इस्लामिक जिहाद पर ‘श्वेत पत्र’ जारी करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री आवास जाना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें दिल्ली जाने से रोक दिया। इसके बाद यति नरसिंहानंद वहीं खड़े होकर विवादित बयान देने लगे।
अपनी गिरफ्तारी को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए गिरि ने कहा कि इस्लामिक जिहाद इंसानियत का सबसे बड़ा दुश्मन है और अगर यह जारी रहा तो जल्द ही पूरी दुनिया खत्म हो जाएगी। इसके बाद उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम पर हमला करते हुए उन्हें सबसे कट्टर मुसलमान बताया और उन पर अफजल गुरु के परिवार से मिलकर जिहाद करने का आरोप लगाया।
PM आवास पर जा रहे महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को गाजियाबाद पुलिस ने डासना देवी मंदिर में रोका !! यति ने कहा– “स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक ही राष्ट्रपति है, जो मृत्युदंड की सजा पाए अपराधी (अफजल गुरु) के परिवारवालों से मिला। उसका नाम था अब्दुल कलाम” https://t.co/whUAZwqhuK pic.twitter.com/WcZElCjzc8 — Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 24, 2025
यति ने कहा कि इस देश में अब्दुल कलाम से ज़्यादा कट्टर मुसलमान कभी नहीं हुआ। वे सारे प्रोटोकॉल तोड़कर अफजल गुरु के परिवार से मिले। आजाद भारत के इतिहास में सिर्फ एक प्रेसिडेंट ऐसे हुए हैं जो मौत की सज़ा पाए अपराधी के परिवार से मिले थे। जब तक अब्दुल कलाम उसके परिवार से नहीं मिले थे, तब तक अफजल गुरु ने मर्सी पिटीशन फाइल नहीं की थी।
यति नरसिंहानंद ने कहा कि अब्दुल कलाम ने ही उसे दया याचिका दायर करने को कहते हुए कहा था कि मैं यहां बैठा हूं। कांग्रेस सरकार ने तब तक होम डिपार्टमेंट के जरिए मर्सी पिटीशन नहीं भेजी थी, वरना…’ यति ने अब्दुल कलाम को भारत रत्न देने वाले नेताओं के लिए भी अपशब्दों का प्रयोग किया।
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यति को रोकने की कोशिश कर रहे पुलिसवालों नरसिंहानंद ने कहा कि तीनों सेनाओं का हेड होकर जिहाद कर सकता है, जबकि हमारा एक छोटा सिपाही भी धर्म के लिए कुछ नहीं कर सकता क्योंकि हमारा सिस्टम ऐसा ही है। इन बातों के बावजूद वहां खड़े पुलिसवाले यति के आगे हाथ जोड़ते दिखाई दिए। इससे पहले यति ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।






