भारतीय पासपोर्ट ( सोर्सः सोशल मीडिया )
नई दिल्लीः भारतीय पासपोर्ट की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहमियत बढ़ती जा रही है, जिससे भारतीयों के लिए वीजा प्रक्रिया और यात्रा के रास्ते आसान हो गए हैं। वर्तमान में 124 देशों ने भारतीयों के लिए वीजा प्रक्रिया को सरल बना दिया है। इनमें वीजा मुक्त यात्रा, ई-वीजा और वीजा ऑन अराइवल जैसी सुविधाएं शामिल हैं, जिससे विदेशी यात्रा का अनुभव आसान और किफायती बन गया है।
विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले दस वर्षों में भारतीयों के लिए वीजा प्रक्रिया सरल बनाने वाले देशों की संख्या दोगुनी हो गई है। 2013-14 में 58 देश भारतीयों के लिए वीजा की सुविधाएं प्रदान करते थे, जबकि अब यह संख्या बढ़कर 124 हो गई है।
इसके अलावा, 58 देश ई-वीजा सुविधा प्रदान कर रहे हैं, जिनमें रूस,ऑस्ट्रेलिया, जापान, हांगकांग, इंडोनेशिया, मलेशिया, न्यूजीलैंड तथा यूएई प्रमुख रूप से शामिल हैं। 26 देशों ने वीजा मुक्त यात्रा की शुरुआत की है, जिनमें थाइलैंड, कजाकिस्तान, ईरान, भूटान आदि शामिल हैं। वहीं, 40 देश वीजा ऑन अराइवल की सुविधा दे रहे हैं, जिसमें मिस्त्र, मॉरीशस, सऊदी अरब, कतर, ओमान, मंगोलिया आदि देश हैं।
1. वीजा केंद्र की आवश्यकता नहीं होगी
2. जिन देशों में अराइवल वीजा सुविधा है। उसे वहां पहुंच कर प्राप्त कर सकते हैं।
3. वीजा मुक्त देशों में यात्रा करने पर वीजा शुल्क की बचत होगी।
4. वीजा की सरल प्रक्रिया और शुल्क की कमी से विदेश यात्रा सस्ती और आसान हो जाएगी और आपके रूपयों की भी बचत होगी।
हालांकि, यूएई ने दुबई के लिए पर्यटक वीजा आवेदनों की प्रक्रिया सख्त कर दी है, जिसके कारण खाड़ी देशों में जाने वाले भारतीयों के वीजा आवेदन अस्वीकृत हो रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, पहले दुबई के 99% चीजा आवेदनों को मंजूरी दे दी जाती थी, लेकिन अब बड़ी संख्या में इन्हें अस्वीकृत किया जा रहा है। अब, यात्रियों को क्यूआर कोड के साथ होटल बुकिंग और वापसी टिकट की प्रति प्रस्तुत करनी अनिवार्य की गई है।