हिमंता बिस्वा सरमा, मोहम्मद यूनुस (फोटो-सोशल मीडिया)
गुहावटीः पाकिस्तान और भारत के रिश्ते तनावपूर्ण हैं, वहीं बाग्लादेश से भी संबंध पहले जैसे नहीं रहे हैं। इस बीच चिकन नेक पर मोहम्मद यूनुस के बयानों ने सियासी खलबली मचा दी है। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने नेक के बदले नेक का संदेश दिया है। उन्होंने एक नेक के बदले बांग्लादेश के दो नेक के बारे में चेतावनी दी है।
असम सीएम ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भारत के लिए रणनीतिक रूप से अहम चिकन नेक, जिसे सिलीगुड़ी कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाता है, में ढाका की बढ़ते इंटरेस्ट को लेकर बांग्लादेश को चेतावनी दी है।
‘एक नेक के बदले दो नेक’
हिमंता बिस्वा सरमा ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया यूनुस को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे पास एक चिकन नेक है, लेकिन बांग्लादेश के पास दो चिकन नेक हैं। अगर बांग्लादेश हमारे चिकन नेक पर हमला करता है, तो हम बांग्लादेश के दोनों चिकन नेक पर हमला करेंगे। बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह को जोड़ने वाला मेघालय का चिकन नेक भारत के चिकन नेक से भी पतला है और बस पत्थर फेंकने की दूरी पर स्थित है।
भारत पर हमले के लिए 14 जन्म लेना होगा बांग्लादेश को
इतना ही नहीं भाजपा नेता ने भारत की सैन्य क्षमता की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने आतंकी अड्डों को पाकिस्तान में घुसकर तबाह किया। इसके बाद पूरे पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में स्थित सैन्य ठिकानों पर बम बरसाए। हिमंता ने कहा कि भारत पर हमला करने से पहले बांग्लादेश को 14 बार पुर्नजन्म लेना होगा। हालांकि हिमंता की टिप्पणी से बांग्लादेश में खलबली मचने वाली है, लेकिन इसकी टाइमिंग अहम है।
एयरबेस बना रहा बांग्लादेश
असम सीएम की उन रिपोर्ट्स के बाद चेतावनी दी, जिसमें कहा गया है कि चीन लालमोनिरहाट में द्वितीय विश्व युद्ध के समय के एयरबेस को फिर से शुरू कर रहा है। इसमें बांग्लादेश चीन की मदद कर रहा है, चिकन नेक कॉरिडोर से सिर्फ 100 किमी दूर स्थित है।
भारत का चिकन नेक (सिलीगुड़ी कॉरिडोर) जमीन की पतली पट्टी और इसे संवेदनशील पट्टी कहा जाता है, जो 22 किलोमीटर चौड़ी है। यह पट्टी भारत के सेवन सिस्टर्स (पूर्वोत्तर के 7 राज्य) को जोड़ती है। ऐसे में सिलीगुड़ी कॉरिडोर के सामरिक महत्व को देखते हुए इस इलाके में चीन की मौजूदगी से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का सतर्क होना स्वाभाविक है। यह ताजा घटनाक्रम बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस की ओर से चीन की अपनी यात्रा के दौरान भारत के ‘लैंड लॉक्ड’ पूर्वोत्तर इलाके का मुद्दा उठाए जाने और बांग्लादेश को इस क्षेत्र के ‘महासागर का एकमात्र संरक्षक’ बताए जाने के कुछ सप्ताह बाद हुआ है।