नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को नई आबकारी नीति मामले (Delhi Liquor Policy Case) में गिरफ्तार कर लिया है। इसी मामले में अरबिंदो फार्मा के एक निदेशक पी शरद चंद्र रेड्डी (P Sarath Chandra Reddy) भी आरोपी हैं। जांच एजेंसी ने उन्हें 10 नवंबर 2022 को इस मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले गिरफ्तार किया था। इसके पांच दिन बाद यानी 15 नवंबर 2022 को अरबिंदो फार्मा ने 5 करोड़ रुपये के चुनावी बांड खरीदे थे और बीजेपी को दान किए थे।
स्क्रॉल डॉट इन की रिपोर्ट के मुताबिक, कथित शराब नीति घोटाले में ईडी द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद अरबिंदो फार्मा कंपनी ने बीजेपी को 5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड दिए थे। साथ ही, इस मामले में रेड्डी के सरकारी गवाह बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी को 25 करोड़ रुपये का दान दिया था। जानकारी के लिए बता दें कि पी सरथ चंद्र रेड्डी अरबिंदो फार्मा लिमिटेड के निदेशकों में से एक हैं। वे कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। इस फार्मा की स्थापना सरथ चंद्र रेड्डी के पिता PV राम प्रसाद रेड्डी ने की थी। रेड्डी को शराब घोटाला मामले में 10 नवंबर, 2022 को गिरफ्तार किया गया था, जिसके पांच दिन बाद ही उनकी कंपनी अरबिंदो फार्मा ने 5 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे, जिन्हें BJP ने 21 नवंबर 2022 को भुना लिया था।
आपको पता हो कि जांच एजेंसी के गिरफ्तारी के 7 महीने बाद अरबिंदो फार्मा कंपनी के निदेशक सरथ चंद्र रेड्डी ने जून 2023 में इस मामले में सरकारी गवाह बनने का फ़ैसला किया। ख़बरों के अनुसार, अरबिंदो फार्मा कंपनी ने भारतीय जनता पार्टी को 25 करोड़ रुपये का चुनावी बॉन्ड दिया। बताया जा रहा है कि रेड्डी की फर्म ने कुल 52 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे। इनमें से 34.5 करोड़ BJP, भारत राष्ट्र समिति (BRS) को 2.5 करोड़ और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) को मिले।
रिपोर्ट के मुताबिक़, जांच एजेंसी ने यह भी आरोप लगाया था कि सरथ रेड्डी दिल्ली के कथित शराब घोटाले के ‘साउथ ग्रुप’ का हिस्सा थे। इस ग्रुप में BRS की नेता के कविता भी आती हैं, जिन्हे हाल ही में एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी के अनुसार, इस मामले के दूसरे आरोपी विजय नायर ने पूछताछ में बताया कि आप नेताओं के साथ सौ करोड़ के लेनदेन हुआ था।