प्रतीकात्मक तस्वीर [सोर्स: गूगल]
नई दिल्ली: ओडिशा के कटक में साइबर ठगी की एक बड़ी वारदात सामने आई है। जिसमे बुधवार को कटक के एक प्राइवेट अस्पताल के बैंक खाते से साइबर जालसाजों ने 29 लाख रुपए उड़ा लिए हैं, बदमाशों द्वारा अस्पताल की ईमेल आईडी भी हैक कर ली गई है।
जानकारी के अनुसार, आरोप है कि साइबर जालसाजों ने लाभार्थियों के बजाय अपने बैंक खातों में रूपए ट्रांसफर कर लिए हैं। मामले की आजच करते हुए इस सिलसिले में साइबर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
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बताया जा रहा है कि साइबर पुलिस ने कथित तौर पर दो अन्य आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी है। फौरी तोर पर पुलिस ने जालसाजों के बैंक खाते को फ्रीज कर दिया है। पुलिस ने अदालत से अनुरोध किया है, कि जालसाजों के बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर करने की अनुमति दी जाए।
इसके पहले ओडिशा की राजधानी में 16 अक्टूबर को पुलिस की सूझबूझ से एक साइबर ठगी की बड़ी साजिश नाकाम हो गई। सुंदरपाड़ा के एक अपार्टमेंट में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है। जानकारी के मुताबिक, मौके से सिम बॉक्स जैसे डिवाइस मिले हैं। पुलिस ने इस सिलसिले में छह लोगों को हिरासत में लिया है और सच्चाई जानने के लिए उनसे पूछताछ कर रही है। सुंदरपाड़ा इलाके में कंचन अपार्टमेंट के ए ब्लॉक के अपार्टमेंट नंबर 205 में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था।
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सूत्रों के अनुसार, अपार्टमेंट में काफी समय से कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। पुख्ता सूत्रों से सूचना मिलने के बाद साइबर पुलिस और एयरफील्ड थाना पुलिस ने आज छापेमारी की है। साइबर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि इस रैकेट में कौन-कौन लोग शामिल हैं और यह यहां कब से चल रहा था।
मामले की आगे की जांच जारी है। पता चला है, कि हिरासत में लिए गए छह लोग साइबर ठगी के लिए लोगो को लिंक भेज रहे थे। इसके साथ ही पुलिस के साइबर एक्सपर्ट मामले की बारीकी जांच करते हुए हर एक जरुरी जानकारी जुटा रहे है, ताकि आरोपियों से जुड़े अन्य लोगो की जानकारी भी हासिल की जा सके।
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