PM मोदी, डोनाल्ड ट्रंप और कांग्रेस नेता जयराम रमेश
नयी दिल्ली: कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रुकवाने का दावा फिर किए जाने पर शनिवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘‘डोनाल्ड भाई” ने 21 दिन में 11 बार यह बात की है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पर कब जवाब देंगे। ट्रंप ने शुक्रवार को फिर कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम कराया क्योंकि यह संघर्ष परमाणु तबाही का रूप ले सकता था। बाद में शुक्रवार को ही उन्होंने दो बार और यही दावा किया।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘21 दिनों में यह 11वीं बार है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परम मित्र और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि पाकिस्तान के साथ युद्धविराम कैसे हुआ। प्रधानमंत्री कब बोलेंगे?” रमेश ने कहा, ‘‘डोनाल्ड भाई वही बात दोहराते रहते हैं कि कैसे उन्होंने चार दिवसीय भारत-पाकिस्तान युद्ध को रुकवाया, अमेरिकी हस्तक्षेप और परमाणु खतरे को रोकने के लिए व्यापार रूपी हथियार का उपयोग किया। भारत और पाकिस्तान की बराबरी की बात एक बार फिर दोहराई गई।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के वाणिज्य मंत्री ने 23 मई को न्यूयॉर्क स्थित अंतरराष्ट्रीय व्यापार न्यायालय में बिलकुल यही दावे किए हैं। रमेश ने कहा कि ‘‘डोनाल्ड भाई” के मित्र नरेन्द्र मोदी पूरी चुप्पी के साथ उनके दावों को नजरअंदाज करते रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए सवाल किया, ‘‘क्या राष्ट्रपति ट्रंप भी वही कर रहे हैं जो नरेन्द्र मोदी हर समय करते हैं और इतने अच्छे से (यानी झूठ बोलना)? या क्या वह 50 प्रतिशत भी सच बोल रहे हैं?”
This is 11th time in 21 days that PM @narendramodi’s great friend and American President Donald Trump has made claims about how the ceasefire with Pakistan took place. When will the PM speak up? https://t.co/w1zPvReTWR
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) May 31, 2025
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को एक बार फिर दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में उनकी अहम भूमिका रही, जिससे संभावित परमाणु युद्ध टल सका। वहीं भारत ने इस दावे को खारिज करते हुए साफ कर दिया कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद संघर्षविराम पूरी तरह से सैन्य निर्णय था और इसमें किसी बाहरी दबाव की कोई भूमिका नहीं थी।