केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (फोटो- संसद टीवी)
Parliament Session: ऑपरेशन सिंदूर पर राज्यसभा में दो दिनों से चल रही चर्चा पर सरकार की ओर से जवाब देने के लिए आज जैसे ही केंद्रीय गृह मंत्री खड़े हुए, विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया और सदन में प्रधानमंत्री मोदी से जवाब देने की मांग करने लगे। इस दौरान गृह मंत्री शाह ने विपक्षी कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आप मुझसे ही निपट लीजिए, प्रधानमंत्री को क्यों बुला रहे हैं।
शाह ने कहा कि अगर आप प्रधानमंत्री को बुलाएंगे तो और परेशानी होगी, क्या आप अभी भी संतुष्ट नहीं हैं कि उन्हें बुलाना चाहते हैं। जब इसके बाद भी हंगामा जारी रहा, तो उपसभापति ने विपक्षी सांसदों और विपक्ष के नेता मालविकार्जुन खड़गे को रोककर इस तरह के व्यवहार पर आपत्ति जताई। खड़गे ने कहा कि यह तय था कि प्रधानमंत्री सदन में जवाब देंगे, लेकिन वह नहीं आए।
उपसभापति हरिवंश ने कहा कि बिजनेस एडवायजरी कमेटी की बैठक में प्रधानमंत्री के आने पर आम सहमति नहीं बन पाई। इस बीच, शाह ने कहा कि उन्होंने इतने सालों तक आतंकवाद को रोकने के लिए कुछ नहीं किया, इसलिए वे बहस नहीं सुनना चाहते। शाह ने आरोप लगाया कि ज्यादातर मौकों पर कांग्रेस पार्टी अपने विपक्षी नेता को बोलने नहीं देती, लेकिन वही विपक्षी नेता खड़गे साहब अब मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री जवाब दें। जब विपक्ष की मांग नहीं सुनी गई, तो विपक्ष सदन से वॉक आउट कर दिया।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि ज्यादातर मुद्दों पर कांग्रेस पार्टी मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने नहीं देती और अब वो सवाल उठा रहे हैं। शाह ने कहा- बीएसी की बैठक में तय हुआ था कि दोनों सदनों में 16-16 घंटे चर्चा होगी। लेकिन जवाब कौन देगा, ये सरकार और पीएम मोदी के द्वारा तय किया जाएगा।
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कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, ‘सोमवार को हमारे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव चलाया, जिसमें पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादी को मार गिराया गया।’ गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, ‘कल आप पूछ रहे थे कि आतंकवादी आज के दिन क्यों मारे गए? उन्हें कल क्यों नहीं मारा जाना चाहिए था? क्योंकि राहुल गांधी को अपना भाषण देना था? ऐसे नहीं चलता। उन्होंने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि कांग्रेस की प्राथमिकता राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद को खत्म करना नहीं, बल्कि राजनीति, अपना वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति है।’