वर्चुअल मेडिटेशन (सौ.सोशल मीडिया)
Virtual reality meditation: अच्छी सेहत के लिए खानपान के अलावा व्यायाम मेडिटेशन को भी शामिल किया जाता है। इन सबके बिना शरीर की मजबूती की कामना नहीं कर सकते है। यहां पर दिमाग पर बढ़े हुए बोझ को कम करने के लिए मेडिटेशन किया जाता है। यह दिमाग के बनते-बिगड़ते विचारों को एक जगह पर स्थिर करने का काम करती है। मेडिटेशन का तरीका तो आप जानते ही है लेकिन क्या आप वर्चुअल मेडिटेशन के बारे में जानते हैं जो वर्चुअली यानि आभासी तौर पर मेडिटेशन करता है। इसे आप खुद कही भी आसानी से कर सकते है। चलिए जानते हैं इसके करने की प्रक्रिया और फायदों के बारे में।
यहां पर इस खास तरह के मेडिटेशन को जानें तो, यह ध्यान लगाने की ऐसी प्रक्रिया है जिसे गैजेट के साथ करते है। इसे आप वीआर हेडसेट की मदद से मेडिटेशन की प्रक्रिया कर सकते है इसमें मन में स्थिरता बढ़ने लगती है और सुकून मिलता है। इसे रोज़ाना करने से भावनाओं को नियंत्रित करने के अलावा नींद की गुणवत्ता को भी बढ़ाया जा सकता है। इस प्रक्रिया के जरिए यह होता है कि, आंखों पर गैजेट लगाकर आप मेडिटेशन में अपने आसपास जंगल, समुद्र के पास की शांत जगह को महसूस कर सकते है। इसे करने के दौरान आपकी एकाग्रता बढ़ने लगती है और आपके मन में स्थिरता आती है। इसे रोजाना आप करते हैं तो आपके नींद की गुणवत्ता सुधर जाती है।
यहां पर वर्चुअल मेडिटेशन करने का तरीका बेहद आसान है इसके लिए आप टिप्स को फॉलो कर सकते है..
1- सबसे पहले करें जगह का चुनाव
यहां पर वर्चुअल मेडिटेशन करने के लिए आपको सबसे पहले एक शांत जगह का चुनाव करना चाहिए। जहां पर किसी भी प्रकार के शोर से दूर होकर आपका मन एकचित्त रहे साथ ही मेडिटेशन से आने वाली बाधाओं से बचाने का काम करता है आपके मन को शांत करता है। इसे करने से आपके ओवरथिंक करने की आदत छूट जाती है।
2- अकेले ही करें मेडिटेशन
यहां पर आप ग्रुप के अलावा अकेले में मेडिटेशन आसानी से कर सकते है यह वैसे ही अकेले में करने वाली एक्टिविटी है। इसमें आप रूटीन में इसे शामिल करने के लिए इसे अकेले बैठकर किया जा सकता है। गैजेट की मदद से मेडिटेशन को नियमबद्ध तरीके से किया जा सकता है और इसका परिणाम अच्छा मिलता है।
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3- योग मुद्राओं को करें शामिल
इस खास तरह के वर्चुअल मेडिटेशन में सबसे पहले योगा के अभ्यास कर लें। इसमें अगर आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है जो फोकस बढ़ाने का काम करते है। इस एक्टिविटी को करने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ने लगता हैं। 10 से 15 मिनट योगासनों का अभ्यास करने के बाद मेडिटेशन को आरंभ करें। इसमें ब्रीदिंग एक्सरसाइज और प्राणायाम को शामिल करें ऐसा करने से आपका दिमाग एक्टिव हो जाता है।
4- सभी चिंताओं से हो सकते हैं मुक्त
यहां पर मेडिटेशन के दौरान आप दिमाग में चल रही कई तरह की समस्याओं से आसानी से बाहर निकल सकते है। इस प्रक्रिया को करने के दौरान हड़बड़ाहट, तो कभी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मेडिटेशन के वक्त सभी चिंताओं से मुक्त हो जाएं और विचारों पर फोकस करने की जगह अपने मन को एकचित्त करने पर ध्यान देना चाहिए।
5- म्यूजिक से मेडिटेशन को बनाएं खास
यहां पर मेडिटेशन के दौरान आप अगर म्यूजिक को भी शामिल करते हैं तो यह काफी अच्छा होता है। इससे मन में उठने वाले विचारों को नियंत्रित करके माइंड को शांत रखने और निगेटिविटी को दूर करने में मदद मिलती है। म्यूजिक के जरिए आप आतंरिक आत्मा को आसपास के वातावरण के साथ जोड़ पाते है।