लाल और नारंगी गाजर (सौ. फ्रीपिक)
Carrot Health Benefits: सर्दियों के मौसम में गाजर का सेवन भारतीय घरों में कई रूपों में किया जाता है। चाहे वह गाजर का गरमा-गरम हलवा हो, ताज़ा जूस, सलाद या फिर सब्जी, गाजर हर डाइट का अहम हिस्सा बन जाती है। हालांकि, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के मन में अक्सर यह सवाल उठता है कि बाजार में मिलने वाली लाल और नारंगी गाजर में से किसे चुनना बेहतर है।
उपलब्धता और अंतर इन दोनों के बीच सबसे बड़ा अंतर इनकी उपलब्धता का है। लाल रंग की गाजर मुख्य रूप से सर्दियों की फसल है, जो नवंबर से लेकर मार्च तक ही बाजारों में दिखाई देती है। इसके विपरीत, नारंगी रंग की गाजर हाइब्रिड किस्मों की वजह से पूरे साल आसानी से उपलब्ध रहती है।
लाल गाजर के बेमिसाल फायदे लाल गाजर के पोषक तत्वों का पावर हाउस माना जाता है। इसमें लाइकोपीन (Lycopene) नामक एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है, जो इसे गहरा लाल रंग देता है और हार्ट हेल्थ (Heart Health) के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अन्य लाभ निम्नलिखित हैं-
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वहीं नारंगी गाजर के स्वास्थ्य लाभ नारंगी गाजर भी गुणों के मामले में पीछे नहीं है। इसमें बीटा-कैरोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो शरीर के अंदर जाकर विटामिन A में परिवर्तित हो जाता है।
स्रोतों के अनुसार दोनों ही गाजरें सेहत के लिए अत्यंत फायदेमंद हैं क्योंकि दोनों में फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं। अगर आप हृदय स्वास्थ्य और सर्दियों के विशिष्ट पोषण पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं तो लाल गाजर एक बेहतरीन विकल्प है।
वहीं अगर आप आंखों की रोशनी और त्वचा की चमक को प्राथमिकता देते हैं, तो नारंगी गाजर को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। खरीदारी करते समय बस यह ध्यान रखें कि गाजर ताजा हो ताकि आपको उसका भरपूर लाभ मिल सके।