क्वाड्रोबिक्स (सौ. सोशल मीडिया)
Quadrobics fitness trend: आजकल हर कोई फिटनेस के लिए जिम के दीवानें हो गए है जहां पर नए-नए एक्सपेरिमेंट करते रहते है। इन दिनों युवाओं के बीच एयरोबिक्स, एरियल योग के बाद अब एक और फिजिकल फिटनेस ट्रेंड पॉपुलर हो रहा है। यहां पर खासकर सोशल मीडिया के इस दौर में ये फिजिकल एक्टिविटी काफी पसंद की जा रही है और इसका नाम क्वाड्रोबिक्स है। यह नाम के साथ ही बेहद ही अनोखा फिटनेस ट्रेंड है जिसे युवा अपना रहे है।
यह एक तरह की ऐसी फिटनेस एक्टिविटीज होती है जिसमें आत्म-अभिव्यक्ति, फिटनेस और क्रिएटिविटी का अनोखा संगम एक साथ नजर आता है।
बात करें तो, यह फिटनेस ट्रेंड क्वाड्रोबिक्स एक फिजिकल मूवमेंट स्टाइल है जिसमें इंसान चार पैरों (हाथों और पैरों) पर जानवरों की तरह दौड़ता, कूदता और घूमता है। इन दिनों यह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर काफी ‘इन,’ यानी ट्रेंड में है। यह ‘क्वाड’ (चार) और ‘एरोबिक्स’ (शारीरिक व्यायाम) को मिलाकर बना है। इसमें कई तरह की चालें और स्टंट शामिल हैं, जैसे चार पैरों पर दौड़ना, फ्लिप करना, एनिमल-स्टाइल मूवमेंट्स दिखाना और कूदते हुए चाल अचानक बदल देना।
बताया जा रहा है कि, इस ट्रेंड का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है। इसे 2010 के दशक में कुछ युवा जो खुद को “थेरियन” या “अदरकिंस” के रूप में पहचानते थे यानी वे लोग जो खुद को आधा इंसान, आधा जानवर महसूस करते हैं। ऐसे लोगों ने जानवरों जैसी हरकतें करना शुरू किया, और धीरे-धीरे यह एक “फिजिकल आर्ट फॉर्म” बन गया।
यह युवाओं के बीच काफी पॉपुलर फिटनेस ट्रेंड बनकर उभर रहा है तो वहीं पर यह सिर्फ थेरियन समुदाय तक सीमित नहीं है। यह ट्रेंड को बहुत से युवा अपनी कला, चुस्ती और स्टेमिना से जोड़कर देखते हैं। इस एक्सरसाइज को करने से कई तरह के फायदे मिलते है। यह एक अच्छा कार्डियो वर्कआउट है जिससे स्टेमिना और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। क्रिएटिविटी का प्रदर्शन भी करते हैं। क्वाड्रोबिक्स में लोग अपने मूवमेंट्स को म्यूजिक के साथ मिलाकर वीडियो बनाते हैं। यह लोगों को अपनी पहचान, शैली और सोच को व्यक्त करने का मौका देता है।
ये भी पढ़ें- हैरान कर देंगे आंकड़ें, मिजोरम में कैंसर का ग्राफ ज्यादा तो, महाराष्ट्र में है कम, जानिए स्टडी
इस फिटनेस ट्रेंड को अपनाना इतना आसान है इसके लिए शारीरिक संतुलन, ताकत और सतर्कता की जरूरत होती है। इसके अलावा एक्सरसाइज की शुरुआत करने से पहले वार्म-अप और अभ्यास जरूरी है ताकि चोट से बचा जा सके। कुछ लोग इसमें भेड़िया, बिल्ली या अन्य जानवरों की तरह मूवमेंट करते हैं और अपने ‘नेचुरल इमोशन्स’ को अभिव्यक्त करते हैं। कभी किसी मोड़ पर अगर आपको कोई अजीबोगरीब चेहरा बनाकर किसी जानवर की तरह चलता दिखे तो उसे बुद्धु समझने की भूल कतई न करिएगा।
आईएएनएस के अनुसार