प्रेग्नेंसी के लिए खतरनाक होता है कोरोना वायरस (सौ. डिजाइन फोटो)
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। जहां पर इस खतरनाक वायरस के सब वैरिएंट ओमिक्रॉन का छोटा वैरिएंट JN.1 के मामले मिल रहे है। इस वायरस का खतरा चीन, सिंगापुर के अलावा अब भारत में भी दस्तक देने वाला है। कोरोना वायरस के इस खतरे से हर व्यक्ति को सतर्क रहने की जरूरत है। कोरोना का खतरा वैसे तो सभी लोगों को प्रभावित कर सकता है लेकिन सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को होता है। दरअसल इन लोगों में इम्यूनिटी कमजोर होती है जो नुकसान पहुंचाने का काम करते है। चलिए जान लेते हैं कोरोना के खतरे से कैसे रखें खुद का ख्याल।
आपको बताते चलें कि, कोरोना वायरस का असर सबसे ज्यादा प्रेग्नेंट और नवजात शिशुओं की सेहत पर पड़ता है। सेहत के नजरिए बताया जाता है कि, सामान्य महिलाओं की तुलना में गर्भवती महिलाओं की इम्यूनिटी कमजोर होती है। अगर प्रेग्नेंट महिला को कोरोना हो जाता है, तो उसे गंभीर लक्षण जैसे सांस की तकलीफ, तेज बुखार और निमोनिया हो सकता है। इसके अलावा जननी महिलाओं के नवजात शिशुओं पर भी कोरोना का असर पड़ सकता है। कुछ मामलों में समय से पहले डिलीवरी, कम वजन का बच्चा या कुछ अन्य कॉम्प्लिकेशन देखने को मिले हैं. इसलिए बेहतर है कि गर्भवती महिलाएं संक्रमण से बचाव करें।
आपको बताते चलें कि, कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं को होता हैं जहां पर वैक्सीन ही एक सुरक्षा का हथियार नजर आता है। यहां पर गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीन को सुरक्षित बताया गया है यानि मां और बच्चे को वैक्सीन दी जा सकती है। वैक्सीन से शरीर में एंटीबॉडी बनती है, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करती है।
प्रेग्नेंसी में कोरोना से बचाव के लिए आपको यहां बताए जा रहे है उपाय को अपनाना चाहिए…
भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें।
मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
हेल्दी डायट लें, जिससे इम्यूनिटी मजबूत रहे।
हाथों को बार-बार धोते रहें या सैनिटाइज़र का प्रयोग करें।
डॉक्टर की नियमित जांच कराना जरूरी है।
यदि कोई लक्षण दिखे तो तुरंत टेस्ट कराएं।