गले की खराश के लिए घरेलू नुस्खें (सौ. डिजाइन फोटो)
बदलते मौसम के साथ गर्मी के मौसम की विदाई के साथ बारिश के मौसम ने अंगड़ाई ली है। बारिश के मौसम में अक्सर पानी बरसने की वजह से मौसम में ठंडक बनी रहती है। गर्मी के मौसम से भले ही राहत मिल जाती है लेकिन बारिश के मौसम का अंदाज ही अलग होता है। बारिश में सर्दी-जुकाम का खतरा भी सताता है तो वहीं पर इस वजह से कई लोग काफी परेशान होते है।
सर्दी- जुकाम और जलन, सूजन की वजह से हमारे रहन-सहन पर बुरा असर पड़ता है इसके लिए डॉक्टर के इलाज की आवश्यकता पड़ती है। अगर आप इन समस्याओं के लिए दवाईयों के अलावा घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करते है तो आपके लिए फायदा दे जाता है। चलिए जानते है इन घरेलू नुस्खों के बारे में…
आप रोजाना इन घरेलू नुस्खों की मदद से सर्दी-जुकाम की समस्या से राहत पा सकते है…
नमक वाले गुनगुने पानी से गरारे:
बारिश के मौसम में पनपी समस्या सर्दी-जुकाम के लिए आप इस प्रकार का घरेलू नुस्खा अपना सकते है। इसके लिए आप नमक मिले हुए गुनगुने पानी से गरारे कर सकते है। दरअसल नमक में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो गले की सूजन और जलन को कम करते हैं। इसे गुनगुने पानी के साथ लेने से फायदा मिलता है। आप इसके लिए गुनगुने पानी में एक चुटकी नमक मिलाकर दिन में 2 बार गरारे करें।
शहद और अदरक का मिश्रण:
आप सर्दी-जुकाम के लिए घरेलू नुस्खों में शहद और अदरक का मिश्रण मिला सकते है। दरअसल शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और अदरक सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके लिए आप रोजाना एक चम्मच शहद में थोड़ा सा अदरक का रस मिलाकर दिन में दो बार लें। आपकी सेहत को फायदा मिलता है।
हल्दी वाला दूध:
बारिश के मौसम में संक्रामक बीमारियों से बचने के लिए हल्दी वाले दूध को पीने की सलाह दी जाती है। दरअसल हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन और संक्रमण से लड़ता है. रात को सोने से पहले एक कप गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं।
भाप लेना:
आप यहां पर गले में जमा कफ और सूजन को कम करने के लिए भाप ले सकते है यह बेहद कारगर है। गर्म पानी में विक्स या यूकेलिप्टस ऑयल डालें और तौलिया से ढककर भाप लें।
मुलेठी चबाना:
आयुर्वेद औषधियों में से एक आप मुलेठी चबा सकते है। मुलेठी एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो गले को कोटिंग देती है और खराश को शांत करती है। इसे आप काढ़ा बनाकर भी पी सकते है।