कौंच बीज का सीधा सेवन करना नुकसानदायक (सौ. सोशल मीडिया)
Benefits of Kaunch seeds: आयुर्वेद में कई औषधियां है जिसके सेवन से बड़ी से बड़ी बीमारियों का निदान हो जाता है। आयुर्वेद औषधियों को लेकर कहा जाता है कि इनका सेवन करने से भले ही इलाज धीमा होता है लेकिन बीमारी का सफाया तेजी से होता है। आज हम बात कर रहे है कौंच बीज की। आयुर्वेद में एक अत्यंत महत्वपूर्ण और बलवर्धक औषधि के रूप में माना जाता है। कहते है कि, आयुर्वेद में किसी भी औषधीय द्रव्य का सेवन करने से पहले उसकी शुद्धि करना आवश्यक होता है। अगर हम किसी बीज की सफाई कर लेते है तो, कड़वापन खत्म होता है और औषधीयपन जुड़ा होता है।
यहां पर आयुर्वेद में बताया गया है कि, कौंच बीज स्वाभाविक रूप से तीव्र और उष्ण प्रकृति के होते हैं, जो सीधे सेवन करने पर शरीर में जलन, गर्मी या पाचन संबंधी विकार उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए इनके शोधन की प्रक्रिया आयुर्वेद में अत्यंत महत्व रखती है। इसके अलावा कहा जाता है कि, कौंच बीज की सतह पर एक महीन रोमयुक्त परत होती है, जो त्वचा के संपर्क में आने पर खुजली, जलन और एलर्जी पैदा कर सकती है। इन बीजों को विशेष आयुर्वेदिक विधियों से शुद्ध किया जाता है, जिससे उनके हानिकारक प्रभाव समाप्त हो जाते हैं और वे सुरक्षित औषधि बन जाते हैं।
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ये वीर्य वृद्धि, शुक्र धातु की पुष्टि, मानसिक तनाव और अनिद्रा में लाभकारी होते हैं। इसके अलावा कौंच बीज पार्किंसन जैसे तंत्रिका रोगों में भी सहायक साबित हुए हैं क्योंकि इसमें प्राकृतिक एल-डोपा पाया जाता है। स्नायु तंत्र को मजबूत कर शारीरिक कमजोरी दूर करने में भी यह अत्यंत उपयोगी है।
आईएएनएस के अनुसार