आयुष्मान खुराना और यामी गौतम की 'विक्की डोनर' सिनेमाघरों में हुई री-रिलीज
मुंबई: बॉलीवुड में जब भी समाज से जुड़े गंभीर विषयों को मनोरंजक अंदाज में पेश करने की बात होती है, तो ‘विक्की डोनर’ का नाम जरूर लिया जाता है। 2012 में रिलीज हुई इस फिल्म ने न केवल दर्शकों का दिल जीता बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को सामने लाकर चर्चा का विषय भी बना दिया। अब, इस फिल्म की 13वीं सालगिरह के मौके पर इसे एक बार फिर सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया है, जिससे नई पीढ़ी भी इस जादुई कहानी का अनुभव बड़े पर्दे पर कर सके।
‘विक्की डोनर’ से आयुष्मान खुराना और यामी गौतम ने बॉलीवुड में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। फिल्म की कहानी एक नौजवान लड़के विक्की अरोड़ा के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अनजाने में स्पर्म डोनेशन जैसे विषय में शामिल हो जाता है। इस विषय को फिल्म में इतनी सहजता, ह्यूमर और संवेदनशीलता से दिखाया गया कि यह बॉक्स ऑफिस पर एक स्लीपर हिट बन गई।
फिल्म का निर्देशन शूजित सरकार ने किया था और इसे जॉन अब्राहम ने प्रोड्यूस किया था। सीमित बजट में बनी यह फिल्म न सिर्फ दर्शकों को पसंद आई, बल्कि इसे तीन राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले। अन्नू कपूर ने डॉक्टर बलदेव चड्ढा के किरदार में जान फूंक दी, जो आज भी दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। 13वीं सालगिरह पर आयुष्मान खुराना ने इंस्टाग्राम पर थ्रोबैक फोटोज साझा किए और लिखा कि यह फिल्म उनके दिल के बेहद करीब है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘विक्की डोनर’ ने न सिर्फ उनके करियर को दिशा दी, बल्कि समाज में एक नई सोच की शुरुआत भी की।
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फिल्म की फिर से रिलीज न केवल एक सिनेमाई सेलिब्रेशन है, बल्कि यह इस बात का प्रतीक भी है कि अच्छी कहानी और दमदार प्रस्तुति समय के साथ और मजबूत होती है। ‘विक्की डोनर’ आज भी दर्शकों के लिए उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी 2012 में थी – शायद इसलिए क्योंकि यह फिल्म सिर्फ मनोरंजन नहीं, सोच में बदलाव भी लाती है।