द बंगाल फाइल्स (फोटो-सोर्स,सोशल मीडिया)
The Bengal Files Banned In West Bengal: मशहूर निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की बहुचर्चित फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ शुक्रवार को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। हालांकि, इसके साथ ही फिल्म विवादों में भी घिर गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पश्चिम बंगाल में इस फिल्म को किसी भी थिएटर में रिलीज नहीं किया गया है। यहां तक कि कई जगहों पर शो शुरू होने से पहले ही रद्द कर दिए गए।
फिल्म को लेकर बंगाल में माहौल इतना तनावपूर्ण रहा कि कई सिनेमाघरों ने इसे स्क्रीन पर लगाने से ही इनकार कर दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य ने कहा कि, “फिल्म को बंगाल की जनता जरूर देखेगी और बहुत ज्यादा देखेगी। अगर थिएटरों में नहीं दिखेगी, तो लोग यूट्यूब और ओटीटी पर देखेंगे। किसी भी सिनेमा या साहित्य को दबाया नहीं जा सकता।”
केवल बंगाल ही नहीं, बल्कि मुंबई के कुछ सिनेमाघरों में भी पहला शो कैंसिल कर दिया गया। इससे नाराज दर्शकों ने हंगामा किया और सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हुए। हालांकि, फिल्म की रिलीज से एक दिन पहले निर्माता और अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने अपने संवैधानिक अधिकारों और सुरक्षा की मांग की। पल्लवी ने लिखा कि, ‘द बंगाल फाइल्स‘ हमारी ट्रायोलॉजी की अंतिम फिल्म है, जो डायरेक्ट एक्शन डे, नोआखली नरसंहार और विभाजन की पीड़ा को सामने लाती है। यह सच्चाई दशकों से दबाई जाती रही है, लेकिन अब इसे जनता तक पहुंचाना जरूरी है।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार शुरू से ही इस फिल्म का विरोध कर रही है। “फिल्म पूरी होने से पहले ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसका मजाक उड़ाया था। हमारे खिलाफ बेबुनियाद एफआईआर दर्ज की गईं, ट्रेलर को ब्लॉक किया गया और अब थिएटर रिलीज रोकने की कोशिश की जा रही है।”
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‘द बंगाल फाइल्स’ दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। एक तरफ विरोध और राजनीतिक बयानबाजी जारी है, तो वहीं दूसरी ओर दर्शक इस फिल्म को देखने के लिए उत्सुक हैं। माना जा रहा है कि थिएटरों में रोक के बावजूद फिल्म ओटीटी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादा लोकप्रिय हो सकती है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)