Rajesh Khanna Birthday: मां-बाप ने छोड़ था साथ, एक्टर ने नहीं छोड़ी हिम्मत, बचपन में तंगी से निकलकर बने सुपरस्टार (सौ. सोशल मीडिया)
मुंबई: हिन्दी फिल्म जगत ने हमें कई सुपरस्टार दिए हैं। कई अभी भी अपनी ऐक्टिंग से हमारा मनोरंजन कर रहे हैं तो कई सिर्फ हमारी यादों में अभी भी जिंदा हैं। उन ही में एक नाम है राजेश खन्ना का। राजेश खन्ना हिन्दी फिल्म के पहले सुपरस्टार थे। एक समय था जब उनकी काफी तगड़ी फैन फॉलोइंग हुआ करती थी। उस जमाने में लड़कियां उन पर मार मिटती थीं। आज राजेश खन्ना का 82वीं बर्थ एनवर्सरी है। उनके इस खास दिन हम उनके बारे में कुछ बातें बताने जा रहे हैं।
राजेश खन्ना बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार थे। उनका जन्म 29 जनवरी 1942 को हुआ था। उनका जन्म स्थान अमृतसर था। खन्ना ने 18 जुलाई 2012 को अंतिम सांस ली। कैंसर की वजह से कम उम्र में उनका निधन हो गया। राजेश खन्ना जब तक इस दुनिया में रहे, उन्होंने कई हिट फिल्में दीं। करियर की शुरुआत में ही उन्होंने लगातार 15 हिट फिल्में दीं और फिल्म जगत के सुपरस्टार बन गए। उन्होंने करीब 20 साल तक बॉलीवुड में अकेले राज किया, फिर अमिताभ बच्चन की एंट्री हुई।
राजेश खन्ना का बचपन काफी मुश्किलों भरा रहा। उन्होंने छोटी ही उम्र में कई परेशानियों का सामना किया। उनके माता-पिता के पास उन्हें पाल सके इतना भी पैसा नहीं था। उनका बचपन का नाम जितन खन्ना था। देश के बंटवारे के समय वे पाकिस्तान से अमृतसर आ गए, जिसके कारण एक्टर के पापा की जॉब चली गई। उस समय राजेश सिर्फ 6 साल के थे।
10 साल की उम्र में उन्होंने थिएटर ज्वाइन कर लिया था। वे एक्टिंग के काफी शौकीन थे। स्कूल के दिनों में ही जितेंद्र उनके दोस्त बने। उनका एक्टिंग करना उनके पिता को पसंद नहीं था। पर भी उन्होंने एक्टिंग नहीं छोड़ी और 1966 में आखिरी खत से बॉलीवुड में डेब्यू किया। उसके बाद वे राज में दिखाई दिए, जिसने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया।
राजेश खन्ना की लाइफ में एक समय ऐसा भी आया कि उनका सब कुछ खत्म हो गया। यहाँ डिम्पल कपाड़िया के साथ उनके रिश्ते में दरार आई। वहीं अमिताभ बच्चन की बॉलीवुड में एंट्री हुई और उनका करियर थमने लगा। उसके बाद से उनके करियर का डाउनफॉल शुरू हुआ। जब 2005 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला, तब भी वे अकेले ही आए थे। उसके बाद 2011 में उन्हें कैंसर की बीमारी हो गई। फिर 2012 जून से उनकी तबीयत लगातार बिगड़ने लगी और 18 जुलाई 2012 में उनका निधन हो गया।