कंगना रनौत के खिलाफ आगरा कोर्ट का बड़ा आदेश (सौ. सोशल मीडिया)
मुंबई: भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत इस समय काफी विवादों से घिरी हुई हैं। एक्ट्रेस की हाल ही में फिल्म इमरजेंसी रिलीज होने वाली है। उसके पहले उनके कई समय से चल रहे किसान मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। उनके खिलाफ पेश किए गए दावे पर कोर्ट ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।
10 जनवरी को हुई सुनवाई के दौरान आगरा के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनुज कुमार सिंह की कोर्ट ने न्यू आगरा थाने के पुलिस को 20 दिनों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने बीएनएनएस की धारा 225 (1) के तहत वादी पक्ष के एविडेंस और बयान पर रिपोर्ट की मांग की है। पुलिस अपनी रिपोर्ट 29 जनवरी तक आगरा कोर्ट में पेश करेगी। जिसके बाद 8 फरवरी को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी।
यह मामला 26 अगस्त 2024 को कंगना रनौत के एक इंटरव्यू में एमएसपी और दूसरी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर टिप्पणी करने के बाद शुरू हुआ। साथ ही उन्होंने 2020 और 2021 में दिल्ली बॉर्डर पर हुए धरना प्रदर्शन के बारे में कथित तौर पर अभद्र बात कही थी।
इसके साथ ही कंगना ने 16 नवंबर 2021 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का भी मजाक उड़ाया था। जिसके खिलाफ राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने उनके खिलाफ 31 अगस्त को शिकायत दर्ज की थी। साथ ही कंगना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
इसके बाद रमाशंकर शर्मा ने विशेष न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट में कंगना रनौत के विरुद्ध देशद्रोह व राष्ट्र अपमान की धाराओं में 11 सितंबर 2024 को वाद दायर किया था। इस केस की पिछली सुनवाई दुर्गविजय सिंह ने की थी।
इस मामले पर रमाशंकर शर्मा का कहना है कि एक्ट्रेस के विवादित बयान से मैं खुद आहत हूं। मैं एक किसान परिवार से हूं। मैंने पिता के साथ खेतों में काम किया है। वकालत से पूर्व करीब 30 वर्ष तक कृषि कार्य किया है। देश, किसानों के प्रति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति पूर्ण रूप से श्रद्धा भाव व सम्मान रखता हूं।
वर्क फ्रंट में कंगना रनौत अपनी अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी के प्रमोशन में लगी हैं। उन्होंने हाल ही में अपने कॉ-स्टार अनुपम खेर की मां से मुलाकात कर उनके फिल्म की सफलता के लिए आशीर्वाद लिया।