नवाब मलिक (सौजन्य-एक्स)
मुंबई: 2019 विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में काफी उथल-पुथल हो चुकी है। सियासी दोस्त दुश्मन और एक-दूसरे के कडे़ विरोधी सरकार बनाने के लिए साथ आ गए है। ऐसा ही बदलाव 23 नवंबर के बाद एक बार फिर हो सकता है।
ऐसा सनसनीखेज दावा पूर्व मंत्री एवं राकां (अजित पवार) के नेता नवाब मलिक ने किया है। मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा क्षेत्र से अजित की राकां के उम्मीदवार मलिक का कहना है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, शरद पवार के संपर्क में हैं। एकनाथ शिंदे चुनाव परिणाम आने के बाद एक फिर से पाला बदल सकते हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान नवाब मलिक ने कहा कि चुनाव के बाद फिर बीजेपी की सरकार बनेगी कि नहीं? अजित पवार, महायुति में रहेंगे या नहीं? अभी यह कहना संभव नहीं है। लेकिन चुनाव के बाद कुछ भी हो सकता है।
नवाब मलिक ने खुलकर यह स्वीकार किया कि वह अणुशक्ति नगर से उम्मीदवारी के लिए अजित गुट में शामिल हुए है। उन्होंने कहा कि मैं राजनीति में नौसिखिया नहीं हूं, इसलिए मुझे पता है कि क्या हो सकता है। मैं महाविकास आघाड़ी में जाता तो अणुशक्ति नगर से उम्मीदवारी नहीं मिलती।
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उन्होंने यह भी कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार ने मेरी गिरफ्तारी के बाद भी मेरा इस्तीफा नहीं लिया, यह सच है लेकिन उसके बाद व्यक्तिगत रूप से अजित ने मेरी काफी मदद की। उन्हें यह आभास था कि मुझे टिकट देने कारण उनकी आलोचना होगी, फिर भी उन्होंने मुझे मैदान में उतारा। ऐसा सिर्फ अजित पवार ही कर सकते हैं।
शिवसेना और एनसीपी के विभाजन पर नवाब मलिक ने कहा कि पार्टी का टूटना गलत है, लेकिन मैं अब इस बारे में और बात नहीं करना चाहता हूं। हालांकि, अजित भले ही आज भाजपा के साथ हैं, लेकिन उन्होंने अपनी विचारधारा नहीं छोड़ी है। इसी तरह मैंने भी अपनी समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक विचारधारा को नहीं छोड़ा है।
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