एनसीपी में शामिल हुए संजय काका पाटिल व प्रताप पाटिल चिखलीकर (सोर्स: एक्स@AjitPawarSpeaks)
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की उम्मीदवारी अर्ज दाखिल करने के लिए अब तीन तीन की मियाद और शेष बची है। लेकिन अभी तक विभिन्न सियासी गठबंधनों में शामिल राजनीतिक दलों के बीच सीटों का बंटवारे पर अंतिम निर्णय नहीं हो सका है। इस वजह से प्रमुख सियासी दलों के उम्मीदवारों की अंतिम सूची भी अभी तक जारी नहीं हो पाई है।
इस बीच उपमुख्यमंत्री अजित पवार की एनसीपी की दूसरी लिस्ट जारी की गई, जिसमें कांग्रेसी विधायक जिशान सिद्दीकी, पूर्व मंत्री नवाब मलिक की बेटी सना मलिक जैसे दो युवा चेहरों को अजित ने अपना उम्मीदवार बनाया है। तो वहीं 7 उम्मीदवारों वाली इस सूची में बीजेपी से बीजेपी से अजित की एनसीपी में शामिल हुए संजय काका पाटिल और प्रताप पाटिल चिखलीकर की भी लॉटरी लग गई।
महायुति में शामिल मुख्य घटक दलों बीजेपी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच सीटों के बंटवारे की अधिकृत घोषणा अभी तक नहीं हो सकी है। इस संदर्भ में मुंबई सहित दिल्ली में महायुति के नेता कई बार बैठक कर चुके हैं। इसी बीच बीजेपी ने अभी तक अपनी एकमात्र लिस्ट में 99 उम्मीदवार घोषित किए हैं।
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वहीं शिवसेना शिंदे गुट ने 45 और अजित पवार की एनसीपी ने दो लिस्ट में 45 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। शुक्रवार को जारी की गई अजित की एनसीपी की दूसरी सूची में इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र से निशिकांत पाटिल, तासगांव-कवठे महांकाल से संजयकाका पाटिल, अणुशक्ती नगर से सना मलिक, बांद्रा-पूर्व से जीशान सिद्दीकी, वडगांव शेरी से सुनील टिंगरे, शिरूर से ज्ञानेश्वर कटके और लोहा से प्रताप पाटिल चिखलीकर को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
गौरतलब हौ कि एनसीपी के उम्मीदवार संजय काका पाटिल 2014 और 2019 में सांगली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते थे। इसी साल मई -जून महीने में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बागी उम्मीदवार विशाल पाटिल ने संजय काका को हरा दिया था।
दूसरी तरफ प्रताप पाटिल चिखलीकर अब तक पांच बार पार्टी बदल चुके हैं। चिखलीकर ने 2004 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था। तब लोकभारती के समर्थन से चुनाव जीतने के बाद चिखलीकर 2012 में राकां में शामिल हो गए थे। लेकिन 2014 में चिखलीकर राकां छोड़कर शिवसेना में शामिल हो गए। विधानसभा में उन्हें जीत मिली थी। लेकिन 2019 में चिखलीकर बीजेपी में शामिल हो गए और नांदेड़ से लोकसभा का चुनाव भी जीता भी। लेकिन 2024 में बीजेपी के उम्मीदवार रहे चिखलीकर को कांग्रेस के वसंतराव चव्हाण ने हरा दिया था।
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एनसीपी की सूची में शामिल दो नामों पर बीजेपी ने ऐतराज जताया हैं इनमें एक है नवाब मलिक और दूसरी है उनकी बेटी सना मलिक। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली पूर्ववर्ती महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान बीजेपी ने नवाब मलिक पर हिंदुस्तान के मोस्ट वांटेड एवं अंतरराष्ट्रीय सरकार के दौरान बीजेपी ने नवाब मलिक पर दाऊद से संबंध होने का गंभीर आरोप लगाया था।
नवाब को महायुति में शामिल करने का बीजेपी पुरजोर विरोध करती रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने का भी बीजेपी विरोध कर रही है। बीजेपी के मुंबई प्रदेश अध्यक्ष आशीष शेलार ने शुक्रवार को कहा नवाब और सना की उम्मीदवारी पर देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के शीर्ष नेता निर्णय लेंगे।