अरुण गोविला और दिनेश शर्मा (सौजन्य-एक्स)
दिल्ली: हाल ही में शुक्रवार को शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने महायुति के बीच हो रही बैठकों पर टिप्पणी की है। इसमें उन्होंने यह भी कहा है कि अब महाराष्ट्र का कोई स्वाभिमान नहीं रह गया है और अब महाराष्ट्र के फैसले दिल्ली से लिए जाएंगे।
संजय राउत की इस टिप्पणी पर भाजपा सांसद अरुण गोविल और भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने करार जवाब दिया है। बीजेपी ने संजय राउत को अपनी गरिमा बनाए रखने के लिए भी चेताया है।
भाजपा सांसद अरुण गोविल ने कहा, “जब उद्धव ठाकरे, संजय राउत सत्ता में थे, क्या यह सच था कि उस समय सब कुछ दिल्ली से हो रहा था? आज अगर वे नहीं जीते हैं, तो ऐसी बातें कहना ठीक नहीं है। अपनी गरिमा बनाए रखनी चाहिए और देखना चाहिए कि जब वे सत्ता में थे, तब उन्होंने क्या किया।”
#WATCH | Delhi: BJP MP Arun Govil says, "When Uddhav Thackeray, Sanjay Raut were in power, was it true that at that time everything was happening from Delhi? Today if they have not won, it is not right to say such things. One should maintain one's dignity and see what they did… https://t.co/Q2YrfLwDJL pic.twitter.com/8pL76Qb74c
— ANI (@ANI) November 29, 2024
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “संजय राउत को अपनी शिवसेना (यूबीटी) की ज्यादा चिंता करनी चाहिए। कांग्रेस के लोग ही कह रहे हैं कि संजय राउत ने ही कांग्रेस और शिवसेना दोनों के लिए परेशानी खड़ी की है। उनके बयानों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। महायुति एकजुट है, हमने मिलकर चुनाव लड़ा और अगले 5 साल एकजुट होकर महाराष्ट्र पर शासन करेंगे।”
#WATCH | BJP MP Dinesh Sharma says, " Sanjay Raut should be more concerned about his Shiv Sena (UBT)…People of Congress itself are saying that it is Sanjay Raut who caused trouble for both Congress and Shiv Sena. His statements need not be taken seriously. Mahayuti is united,… https://t.co/Q2YrfLwDJL pic.twitter.com/Sc1xnbTXmk
— ANI (@ANI) November 29, 2024
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शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र से जुड़ी सभी बातें दिल्ली में तय होंगी। एकनाथ शिंदे और अजित पवार को अपनी बातें रखने के लिए बार-बार दिल्ली आना पड़ेगा। उन्हें पीएम और अमित शाह की बात सुननी पड़ेगी। वे (अजित पवार) हमेशा डिप्टी सीएम थे और वे डिप्टी सीएम ही बनते रहेंगे। उनके चेहरे की चमक जो चुनाव के बाद गायब हो गई थी लोकसभा चुनाव अब वापस आ गए हैं, ये EVM का कमाल है। तीन मूर्ति वाला मंदिर बनना चाहिए, बीच में EVM, एक तरफ PM और दूसरी तरफ अमित शाह।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अभी तक मुख्यमंत्री के लिए चुनाव नहीं हुआ है। इस पर कुछ दिनों से लगातार महायुति के बीच बैठकें चल रही है। इस दौरान विपक्ष लगातार महायुति पर तंज कस रहा है और कटाक्ष कर रहा है, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री का नाम सामने नहीं आया है।
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