कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। यहां प्रचंड बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है। वहीं, चुनाव परिणामों की पगडंडियों से आई सबसे बड़ी ख़बर यह है कि यहां नई दिल्ली सीट पर बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने आप मुखिया और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हरा दिया है। जिसके बाद यह बात लगभग तय हो चुकी है कि दिल्ली के अगले सीएम वही होंगे।
प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल को 3 हजार 182 वोटों से पटखनी दे दी है। जीत के बाद प्रवेश वर्मा गृह मंत्री और बीजेपी के ‘चाणक्य’ कहे जाने वाले केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे हैं। शाह से मुलाकात को सियासी गलियारों में फाइनल मुहर के तौर पर देखा जा रहा है।
#WATCH | BJP candidate from New Delhi, Parvesh Verma leaves from the residence of Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/lETwgOBBQi
— ANI (@ANI) February 8, 2025
नैतिक तौर पर देखा जाए तो प्रवेश वर्मा सीएम पद के हकदार भी हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े चेहरे और पूर्व सीएम को मात दी है। साथ ही वह दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। यही वजह है कि प्रवेश वर्मा का नाम सीएम की कुर्सी के लिए सबसे सुटेबल है। जो कि अब लगभग तय भी हो चुका है।
प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ा था और उन्हें 3 हजार 182 वोटों से हराया था। प्रवेश वर्मा की जीत उनके लिए बड़ी उपलब्धि होगी। दूसरे, वे जाट समुदाय से आते हैं। अगर भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री बनाती है तो दिल्ली ही नहीं बल्कि यूपी-हरियाणा और राजस्थान में भी भाजपा की लोकप्रियता बढ़ सकती है।
रमेश बिधूड़ी का नाम भी सीएम के लिए रेस में था। लेकिन उन्हें आखिरी दो राउंड में आतिशी ने मात दे दी। जिसके बाद से उनकी संभावनाएं लगभग ख़त्म हो गई है। इसके अलावा वीरेंद्र सचदेवा का नाम भी सीएम के दावेदारों में शामिल है। वह दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं और पार्टी की पंजाबी लॉबी का प्रतिनिधित्व भी करते हैं।
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मूल रूप से दिल्ली में पंजाबी मतदाताओं की बहुलता रही है। पंजाबियों को खुश किए बिना दिल्ली पर कभी राज नहीं किया जा सकता। अगर दिल्ली में बीजेपी जीतती है तो यही कहा जाएगा कि उनके नेतृत्व में बीजेपी ने ये कमाल कर दिखाया है। नैतिक रूप से भी वो दिल्ली के सीएम बनने के हकदार हैं। इसके साथ ही मनोज तिवारी दिल्ली में सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। बीजेपी में दिल्ली के पूर्वांचल समुदाय के सबसे बड़े नेता के रूप में उभरे हैं।