दिल्ली की हवा में घुला जहर
दिल्ली : दिवाली के महज दो दिन बाद ही देश की राजधानी दिल्ली की आबोहवा अब और भी जहरीली हो गई है। दिल्ली में प्रदूषण ने आज सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और आज यहां सुबह 5.30 बजे AQI 500 के पार पहुंच गया है। वहीं राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर इस साल दिवाली की आधी रात तक चरम पर पहुंच गया था, जो बीते साल और 2022 में इसी दिन दर्ज स्तर से 13 प्रतिशत अधिक था। राष्ट्रीय राजधानी में आज स्मॉग की एक परत देखी गई।
आज AQI पर सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के समीर ऐप के मुताबिक दिल्ली में आज सुबह 6 बजे AQI 361 दर्ज किया गया है, जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है। दिल्ली में आज सबसे ज्यादा खराब AQI नेहरू नगर का 431 है. कल के मुकाबले आज दिल्ली की हवा और खराब हो गई है। तापमान गिरने के साथ हवा की गुणवत्ता भी खराब होती जा रही है।
#WATCH | Delhi: Toxic foam seen floating on the Yamuna River in Kalindi Kunj, as pollution level in the river continues to remain high.
(Drone visuals shot at 8:00 am) pic.twitter.com/zFUsmqDpHa
— ANI (@ANI) November 3, 2024
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जानकारी दें कि राष्ट्रीय राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर इस साल दिवाली की आधी रात तक चरम पर पहुंच गया, जो पिछले साल और 2022 में इसी दिन दर्ज स्तर से 13 प्रतिशत अधिक था। इस बाबत सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल दिवाली की रात नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (एनओ2) का स्तर अधिक था, जो अधिक सघन यातायात का संकेत है। वहीं इस अनुसंधान संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, गत वर्षों के विपरीत, दिल्ली में दिवाली की रात पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ा और अगले दिन कम हो गया।
#WATCH | Uttar Pradesh | Taj Mahal in Agra is engulfed in a layer of haze today
“It’s been hazy as the winter is about to arrive and the weather has changed in the last 10-12 days,” said Deepak Kumar, a local resident. pic.twitter.com/V9qTlo3LRE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 3, 2024
इस बीच, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की दिवाली के मुकाबले पीएम 2.5 के स्तर में चार प्रतिशत की कमी आई है। पीमए2.5 सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करने वाले सूक्ष्म कण होते हैं, जिनका व्यास आम तौर पर 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है और ये स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं। पीमए 2.5 के लिए स्वीकार्य वार्षिक मानक 40 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है।
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सीएसई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिवाली से पहले के पांच दिनों में पीएमए 2.5 का स्तर लगातार बढ़ रहा था और 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक इसमें 46 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। इसमें कहा गया है कि 2024 में दिवाली की रात 12 घंटे (रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक) में पीएमए 2.5 की सांद्रता अक्टूबर 2022 की दिवाली की रात की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष पीएमए 2.5 का स्तर दिवाली से पहले की सात रातों में दर्ज औसत रात्रिकालीन प्रदूषण से दोगुना से भी अधिक था। इसमें कहा गया कि इस वर्ष दिवाली पर पीएमए 2.5 प्रदूषण की अद्वितीय परिपाटी देखने को मिली और ‘‘रात में इसमें अचानक तेजी से वृद्धि होने के बाद अगले दिन यह तेजी से कम हो गया।” वहीं इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल दिवाली की रात 38 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से नौ ने पीएमए 2.5 सांद्रता को 900 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक दर्ज किया गया है। (एजेंसी इनपुट के साथ)