अमानतुल्लाह खान, (AAP, विधायक)
नवभारत डेस्क: आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को अदालत से बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है और साथ ही अमानतुल्लाह को पुलिस की जांच में शामिल होने के लिए कहा है। हालांकि सरकारी वकील ने कहा कि फिर तब तक अमानतुल्लाह को इलाके से तड़ीपार किया जाए, क्योंकि लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पैदा होगी।
इसपर अमानतुल्लाह खान के वकील ने दलील दी कि मैं वहां से MLA और वहां का रहने वाला हूं। मैं कैसे इलाके से दूर रहूं। अमानतुल्लाह खान ने राउज एवेन्यू कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी। कोर्ट ने इसपर पूछा था इतने दिन तक आप क्या कर रहे थे। अग्रिम ज़मानत अर्जी दाखिल करने में इतनी देरी क्यों की? अमानतुल्लाह के ऊपर आरोप है कि उन्होंने सरकारी काम मे बाधा डालने का प्रयास किया, उन्होंने हिरासत में लिए शख्स को भगाने में मदद की।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी शाहवेज खान 2018 में हत्या के प्रयास के मामले में शामिल था। इसी मामले में क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए मौके पर पहुंची थी। जब अमानतुल्लाह खान और उनके समर्थकों ने आरोपी को छुड़वाया, तब क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सुनील कालखंडे भी टीम के साथ मौजूद थे। पुलिस ने बताया कि इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
बहरहाल, इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पुलिस ने यह भी कहा कि मामले की जांच अभी जारी है और तथ्यों की पुष्टि की जा रही है। जल्द ही पूरी जानकारी सामने आ जाएगी।
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पुलिस का कहना है कि यह घटना पुलिस कार्रवाई में बाधा डालने की कोशिश थी, जो कानून के खिलाफ है। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी क्योंकि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इस तरह की अवैध गतिविधि को रोकना जरूरी है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान ने ओखला सीट से भाजपा के मनीष चौधरी को 23 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया। मनीष चौधरी को 65304 वोट मिले, जबकि अमानतुल्लाह खान को 88943 वोट मिले। वहीं, दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार न बन पाने के कारण कांग्रेस पर आरोप लगा है कि कांग्रेस ने चुनाव जीतने के बजाय आप की हार सुनिश्चित करने के लिए लड़ाई लड़ी।