कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स - सोशल मीडिया)
रायपुर: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के डोंगरीडीह गांव में महानदी के किनारे 1 अप्रैल को पुलिस को मिले 14 वर्षीय बच्चे के शव के मामले में पुलिस ने घटना के बारे में उजागर किया है। पुलिस के मुताबिक बच्चे की हत्या की मुख्य वजह अवैध संबंध है, जिसके चलते ऑनर कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की गई। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन नाबालिग शामिल हैं।
इस घटना से पूरे बलौदा बाजार जिले में हडकंप मच गया है जिसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। 14 साल के एक बच्चे की हत्या की गई, और जब पुलिस ने जांच की तो पीछे की कहानी और भी डरावनी निकली। दरअसल, बच्चे की सौतेली मां और चाची ने मिलकर 50 हजार रुपये में उसकी हत्या की सुपारी दी थी। वजह थी अवैध संबंधों का शक और पारिवारिक तनाव। पुलिस ने घटना में शामिल सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिनमें तीन नाबालिग भी शामिल हैं।
यह मामला 1 अप्रैल को सामने आया जब डोंगरीडीह गांव के पास महानदी के किनारे रेत में दबा एक बच्चे का शव मिला। शव मिलने के बाद लवन पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की और संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि बच्चे की सौतेली मां मीना धृतलहरे और चाची मोंगरा बाई ने मिलकर गांव के ही गोविंदा कोसले को हत्या की सुपारी दी थी। सुपारी मिलने के बाद गोविंदा ने तीन नाबालिगों को इस योजना में शामिल किया और 30 मार्च की रात बच्चे को बहाने से मोटरसाइकिल पर ले जाकर महानदी किनारे उसकी बेल्ट से गला घोंटकर हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार, मृतक की मां दुर्गा अक्सर सौतेली मां मीना पर ताने कसती थी कि वह बच्चे की ठीक से देखभाल नहीं करती। साथ ही मां-बेटे के बीच अवैध संबंध होने के भी आरोप लगाए गए थे। इन आरोपों और तानों से आक्रोशित होकर मीना ने अपनी देवरानी मोंगरा के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच डाली।
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एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि त्वरित जांच और तकनीकी सहायता के जरिए पुलिस ने संदेहियों को पकड़ा लिया है और पूछताछ के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। सभी आरोपी सलाखों के पीछे भेज दिए गए हैं।
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इस वारदात ने एक बार फिर पारिवारिक अविश्वास और बदले की भावना को सामने ला दिया है जो मासूम की जान ले गई।