पंचकूला में 7 लोगों ने की आत्महत्या (सोर्स- सोशल मीडिया)
पंचकूला: हरियाणा के पंचकूला से सोमवार देर रात बुराड़ी जैसा सुसाइड कांड सामने आया है। सभी लोग घर के बाहर खड़ी कार में दर्द से तड़प रहे थे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। सभी लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जिसमें 6 लोगों की सेक्टर 26 के निजी अस्पताल और एक की सेक्टर 6 के सरकारी अस्पताल में मौत हो गई।
परिवार मूल रूप से उत्तराखंड का रहने वाला है। मृतकों में प्रवीण मित्तल, उनकी पत्नी, बुजुर्ग माता-पिता और 3 बच्चे शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक प्रवीण मित्तल ने कुछ समय पहले देहरादून में टूर एंड ट्रैवल का कारोबार शुरू किया था। वहां उन्हें घाटा हो गया। इससे परेशान होकर पूरे परिवार ने यह कदम उठाया।
यह भी जानकारी मिली है कि देहरादून निवासी प्रवीण मित्तल अपने परिवार के साथ पंचकूला में आयोजित बागेश्वर धाम के हनुमान कथा कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद लौटते समय उन्होंने सामूहिक आत्महत्या का यह कदम उठाया। मृतकों में देहरादून निवासी 42 वर्षीय प्रवीण मित्तल, प्रवीण के माता-पिता, प्रवीण की पत्नी और 2 बेटियों व एक बेटे समेत तीन बच्चे शामिल हैं।
सोमवार रात करीब 11 बजे डायल 11 पर सूचना मिली कि सेक्टर 27 में मकान नंबर 1204 के सामने कार में बैठे लोगों ने जहर खा लिया है। उनकी हालत काफी गंभीर है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। वहां कार में 6 लोग बेहोश मिले। उन्हें तुरंत सेक्टर 26 स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। कुछ देर बाद पुलिस को सूचना मिली कि उसी घर से एक और व्यक्ति गंभीर हालत में बाहर आया है। पुलिस टीम उसे इलाज के लिए सेक्टर 6 स्थित सरकारी अस्पताल ले गई। कुछ देर में सभी सात लोगों की मौत हो गई।
सूचना मिलते ही डीसीपी हिमाद्री कौशिक, एसीपी विक्रम नेहरा, एसीपी अरविंद कांबोज के अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने बताया कि पूरे परिवार ने आत्महत्या की है। सभी की पहचान हो गई है। पुलिस टीमें कारणों का पता लगा रही हैं। परिवार के अन्य सदस्यों को घटना की जानकारी दे दी गई है। पूरे मामले की विस्तृत जांच की जाएगी।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रवीण मित्तल पर कुछ सालों से काफी कर्ज था। उन्होंने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल का कारोबार शुरू किया था, लेकिन यह नहीं चला। इसके बाद परिवार कर्ज के बोझ तले दब गया। आर्थिक तंगी इतनी बढ़ गई कि घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया। इसके चलते वह काफी परेशान रहता था।