रायपुर के बेबीलोन टावर में भड़की आग (फोटो- सोशल मीडिया)
Raipur Fire News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के व्यस्त तेलीबांधा इलाके में स्थित बेबीलोन टावर में मंगलवार की रात एक बड़ा हादसा टल गया। बिल्डिंग के तीसरे माले में अचानक भड़की आग ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी। देखते ही देखते धुएं का गुबार पूरी इमारत में फैल गया, जिससे वहां मौजूद 47 लोग अंदर ही फंस गए। सूचना मिलते ही प्रशासन और बचाव दल मौके पर पहुंचे और करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
यह हादसा रात करीब साढ़े आठ बजे हुआ जब बेबीलोन टावर के बी विंग में आग की लपटें देखी गईं। आग लगने के बाद घना धुआं तेजी से फैलने लगा, जिससे ऊपर के मंजिलों पर स्थित दफ्तरों और रेस्टोरेंट में मौजूद लोग फंस गए। बिल्डिंग पूरी तरह से शीशे से ढकी होने के कारण धुआं बाहर नहीं निकल पा रहा था, जिससे बचाव कार्य में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। धुएं को निकालने के लिए बचाव दल को इमारत के कुछ शीशे भी तोड़ने पड़े।
आग की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और नगर निगम की टीमें फौरन मौके पर पहुंच गईं। कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने बताया कि एसडीएम कुमार चौबे खुद रेस्क्यू टीम के साथ टावर के अंदर गए। बचाव दल ने सबसे पहले टॉप फ्लोर पर स्थित सांगरिया रेस्टोरेंट में फंसे लोगों तक पहुंचने की कोशिश की। आग और धुएं के कारण लोग काफी घबराए हुए थे और कुछ को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। टीम ने लोगों को हिम्मत बंधाई और उन्हें सुरक्षित छत पर पहुंचाया, जहां से उन्हें बाहर निकाला गया।
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करीब 90 मिनट तक चले इस संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी 47 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने भी इस बात की पुष्टि की और कहा कि एक बार फिर से पूरी बिल्डिंग की जांच की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई अंदर फंसा तो नहीं है। प्रशासन का मानना है कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं होती तो यह एक बड़ा हादसा हो सकता था। शुरुआती तौर पर आग लगने का कारण शॉर्ट-सर्किट माना जा रहा है, हालांकि प्रशासन ने घटना के असल कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं।