छत्तीसगढ़ जनजातीय दिवस (सोर्स - एक्स)
रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंगलवार यानी की एक अक्टूबर को राज्य के हर जिले में 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस मनाने का ऐलान किया। बता दें यह ऐलान राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान की गई। इस कार्यशाला का विषय था “जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत, ऐतिहासिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान”।
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की स्मृति में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का निर्णय लिया है। इसी के तहत छत्तीसगढ़ में भी इसे भव्य रूप से मनाया जाएगा।” उन्होंने कहा कि यह दिवस न केवल भगवान बिरसा मुंडा के साहस और बलिदान को सम्मानित करेगा, बल्कि जनजातीय समाज के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक योगदान को भी रेखांकित करेगा।
मुख्यमंत्री साय ने जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा, “यह गर्व की बात है कि छत्तीसगढ़ में कई महान स्वतंत्रता सेनानी जनजातीय समाज से उत्पन्न हुए हैं, जैसे शहीद वीर नारायण सिंह, गैंदसिंह और गुण्डाधूर। जनजातीय समाज में स्वतंत्रता के लिए संघर्ष की परंपरा प्रारंभ से रही है।”
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साय ने जलवायु परिवर्तन की चुनौती का जिक्र करते हुए कहा, “आज पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन के गंभीर संकट से गुजर रही है, और ऐसे में जनजातीय समाज ने हमें प्रकृति के संरक्षण का सही मार्ग दिखाया है। जनजातीय समाज में प्रकृति की पूजा की जाती है, और उनके द्वारा मनाए जाने वाले त्योहार, जैसे सरहुल, प्रकृति के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाते हैं।” मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज की आध्यात्मिकता की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “जनजातीय संस्कृति में गहरी आध्यात्मिकता छिपी हुई है। यह समाज हमें जीवन जीने की कला सिखाता है। जनजातीय समाज में सामाजिक बुराइयाँ, जैसे दहेज प्रथा, का कोई स्थान नहीं है, और यह बाकी समाज के लिए एक प्रेरणा है।”
भगवान बिरसा मुंडा के शौर्य को याद करते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा ने शोषण मुक्त समाज का सपना देखा था, और उनके शौर्य से हमें हमेशा जीवन में साहस की प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी परिकल्पना के अनुरूप प्रधानमंत्री जनमन योजना की शुरुआत की है, जिससे विशेष पिछड़ी जनजातियों के जीवन में समृद्धि लाने का प्रयास किया जा रहा है।”छत्तीसगढ़ में जनजातीय गौरव दिवस को बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारियां की जा रही हैं, और राज्य सरकार जनजातीय समाज के योगदान को जनता तक पहुंचाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी।
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