प्रतीकात्मक तस्वीर
दुनियाभर के वैज्ञानिक मोटापे को सही नहीं मानते हैं और लोगों से वजन कम करने की सलाह देते हैं। लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा है जहां जितना ज्यादा वजन होता है, उसे उतना ही बड़ा लोन मिलता है।
सुनने में यह थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन यह पूरी तरह से सच है। अफ्रीकी देश यूगांडा में बैंक लोन देते वक्त लोन लेने वाले का बैंक बैलेंस देखने के साथ-साथ उसका वजन भी देखते हैं। यहां तक कि यूगांडा में लोन के लिए फॉर्म भरते वक्त लोगों को अपने वजन के बारे में भी लिखना पड़ता है।
यूगांड़ा में वैसे तो इससे लेकर कोई आधिकारिक नियम नहीं है। लेकिन यहां के ज्यादातर बैंक लोन देते समय लोन लेने वाले का वजन भी देखते हैं। हैरानी की बात यह है कि यहां जिसका जितना अधिक वजन होता है, उसे उतनी जल्दी लोन मिलने की संभावना होती है। यहां तक कि लोन का फॉर्म भरते समय भी उसमें वजन की जानकारी देना अनिवार्य है।
दरअसल, अफ्रीकी देशों में ज्यादातर लोग मोटापे की समस्या से जूझरहे हैं। लेकिन यूगांडा में इसे सेहत के प्रतीक की तरह देखा जाता है। इस लिए वहां माना जाता है कि जो जितना ज्यादा मोटा है, उसके लोन चुकाने की संभावनाएं अधिक होतीहैं। इसके चलते यहां मोटे लोगों को लोन आसानी से मिलता है।
मोटापा एक बड़ी समस्या है। लेकिन अफ्रीका में इसे रईसी की निशानी के तौर पर देखा जाता है। इस लिए आप अफ्रीका के कई नेताओं को मोटे पेट वाला देख सकते हैं। केन्या में मोटे राजनेताओं को अक्सरबॉस या मुकुबवा कहा जाता है, जिसका मतलब बड़ा आदमी होता है।
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हालांकि अब अफ्रीका की राजनीति में इसे समस्या की तरह देखा जाने लगा है। कई युवा राजनेता अब इससे दूरी बना रहे हैं, और इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। नैरोबी और मोंबासा के नेताओं ने भी मोटापे की समस्या को गंभीरता से जनता के बीच रखा है। केन्या में ज्यादातर लोग इसी वजह से बीमार होते हैं और मौत के शिकार हो जाते हैं। केन्या के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हर साल होने वाली मौतों में 39 फीसदी मोटापे की वजह से ही होती हैं।