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नई दिल्ली: एक तरफ हिंदुस्तान से पंगा लेने वाला पाकिस्तान दुनिया के सामने कटोरा लेकर भीख मांग रहा है तो दूसरी तरफ भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। ऐसे में पाकिस्तान भले ही मुंह से जुमलेबाजी कर ले लेकिन उसका भारत के सामने टिक पाना नामुमकिन है।
दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। इकोनॉमी के मामले में भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए चौथा स्थान हासिल कर लिया है। शनिवार को नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि ग्लाबल और इकोनॉमिक माहौल में भारत अनुकूल बना हुआ है। भारत आज 4000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन गया है।
भारतवासियों के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि जापान भी अब इकोनॉमी के मामले में अब हमसे पीछे है। बीवीआर सुब्रमण्यम ने IMF के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा है कि अब भारतीय अर्थव्यवस्था जापान से बड़ी हो गई है।
भारत ने यह उपलब्धि हासिल कर इतिहास रच दिया है। अब वैश्विक स्तर पर भारत से आगे केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी की अर्थव्यवस्थाएं हैं। अगर देश अपनी मौजूदा विकास योजना पर कायम रहा, तो अगले ढाई से तीन वर्षों में भारत जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
खास बात ये है कि भारत ने दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का यह मुकाम ऐसे समय हासिल किया है, जब अमेरिका के टैरिफ की वजह से दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है। लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ भी भारत के विकास को नहीं रोक पाए।
साथ ही भारत की इकोनॉमी पर पाकिस्तान के साथ हुए तनाव का भी असर नहीं हुआ है। भारत की आर्थिक वृद्धि बढ़ती ही चली गई और पाकिस्तान को एक बार फिर उसकी औकात समझ आ गई कि वह भारत के सामने कहां है। भारत लंबे समय से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रहा है।
विश्व बैंक से लेकर आईएमएफ और कई वैश्विक एजेंसियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को स्वीकार किया है और अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि भविष्य में भी भारत की जीडीपी वृद्धि दर सबसे आगे रहेगी। ऐसे में हाल ही में केयरएज रेटिंग्स की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि 6.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जिससे वित्त वर्ष 2025 की कुल वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत हो जाएगी।
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जहां एक ओर भारत जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, वहीं दूसरी ओर जापान की अर्थव्यवस्था टैरिफ और महंगाई में फंस गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल के दौरान जापान में महंगाई तेजी से बढ़कर 3.5% पर पहुंच गई है, जो बाजार के अनुमान से बहुत अधिक है।