
टाटा स्टील (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : भारत में टाटा स्टील को टाटा ग्रुप की एक प्रमुख कंपनियों में से एक माना जाता है। इस समूह के मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ टी वी नरेंद्रन ने अपनी कंपनी के एक्स चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने इसके बारे में कहा है कि, रतन टाटा एक असाधारण पर्सनेलिटी थे, जो दूसरों को अपनी सीमाओं से आगे निकलने के लिए हमेशा प्रोत्साहित करते थे।
नरेंद्रन ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘टाटा ने कुछ बहुत ही चुनौतीपूर्ण और परिवर्तनकारी समय के दौरान टाटा स्टील का मार्गदर्शन किया। वह अनगिनत व्यक्तियों के लिए एक मार्गदर्शक के रुप में थे जिन्होंने मानवता की भलाई के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता से हमें हमेशा प्रेरणा दी है।”
टाटा संस के एक्स चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से वृद्धावस्था संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे। टाटा समूह की इस्पात कंपनी टाटा स्टील के प्रमुख नरेंद्रन ने कहा कि टाटा एक असाधारण व्यक्तित्व थे जिन्होंने महान दृष्टि के साथ नेतृत्व किया और हमेशा अपनी आकांक्षाओं की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि उद्योग, परोपकार और राष्ट्र निर्माण में उनके अद्वितीय योगदान ने समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
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भारतीय इस्पात संघ यानी आईएसए के महासचिव आलोक सहाय ने कहा कि भारत स्टील प्रोडक्शन में अपनी विरासत के लिए टाटा समूह का आभारी है, जिसने 1907 में झारखंड के जमशेदपुर में देश को अपनी पहली एकीकृत स्टील यूनिट दी। सहाय ने कहा कि रतन टाटा ने टाटा स्टील को ग्लोबल ब्रांड बनाया और उनकी प्रेरक विरासत स्टील इंडस्ट्री का मार्गदर्शन करती रहेगी।
जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘भारत ने रतन टाटा के रूप में एक महान व्यक्तित्व खो दिया है। बिजनेस, इनोवेशन और परोपकार में उनका योगदान बहुत बड़ा था, लेकिन यह उनके मूल्य और विनम्रता ही थी जिसने उन्हें सही मायनों में एक प्रतीक बनाया।”
जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट में लिखा है कि, ‘‘रतन टाटा जी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने एक बार कहा था कि अगर आप तेज चलना चाहते हैं, तो अकेले चलें। अगर आप दूर तक चलना चाहते हैं, तो साथ चलें।” एएमएनएस इंडिया के सीईओ दिलीप ओमन ने कहा कि टाटा का काम आधुनिक भारत की प्रगति को आकार देने में महत्वपूर्ण रहा है। ऐसे समय में जब दुनिया हमारे बढ़ते राष्ट्र को देख रही है, उनका मार्गदर्शन अमूल्य होता।
(एजेंसी इनपुट के साथ)






