पीएम नरेंद्र मोदी (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों महाराष्ट्र दौरे पर है। आज के दिन पीएम मोदी ने देश भर के किसानों को नवरात्री का उपहार दिया है। नवरात्री के इस पावन अवसर पर मोदी ने किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त जारी कर दी है। अपने महाराष्ट्र दौरे के दौरान पीएम मोदी ने करीब 9.4 करोड़ किसानों को 20 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए हैं। आपको बता दें कि इस स्कीम का लाभ उठाने वाले सभी किसानों के अकाउंट में 2000 रुपये ट्रांसफर कर दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार पता चला है कि पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत देश के किसानों को केंद्र सरकार ने लगभग 3.45 लाख करोड़ रुपये की राशि भेजी है।
24 फरवरी 2019 को सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम की घोषणा की थी। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सालाना बराबर 3 किश्तों में 6,000 रुपये की राशि ट्रांसफर की जाती है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से ये पैसा किसानों के अकाउंट में भेजा जाता है। महाराष्ट्र में इस योजना की 17 किस्तों में लगभग 1.20 करोड़ किसानों को करीब 32,000 करोड़ रुपयों का आवंटन किया गया है। ये भारत में दूसरे स्थान पर आता है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त में महाराष्ट्र के लगभग 91.51 लाख किसानों को 1,900 करोड़ रुपये से अधिक का फायदा हुआ है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने नमो शेतकारी महासम्मान निधि योजना की 5वीं किस्त के अंतर्गत महाराष्ट्र के किसानों को लगभग 2,000 करोड़ रुपये का एक्स्ट्रा फायदा भी दिया गया है।
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्री राजीव रंजन सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस और भी अन्य गणमान व्यक्ति उपस्थित रहे हैं। इस कार्यक्रम में 732 कृषि विज्ञान केंद्र, 1 लाख से अधिक प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों और देश भर के 5 लाख सामान्य सेवा केंद्र सहित लगभग 2.5 करोड़ किसान वेबकास्ट के जरिए शामिल हुए हैं।
ये भी पढ़ें :- PAC के सामने पेश होगी SEBI चीफ, हिंडनबर्ग मामले में होगी जांच
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को ये 5 सोलर पार्क भी समर्पित किए है। ये पार्क कुछ इस प्रकार होने वाले हैं।
ढोंडलगांव, छत्रपति संभाजी नगर-3 मेगावाट
बामनी बी.के. नांदेड़ – 5 मेगावाट
कोंडगिरी, कोल्हापुर – 3 मेगावाट
जलालाबाद, अकोला – 3 मेगावाट
पालशी बी.के. बुलढाणा – 5 मेगावाट