पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली: पहलगाम हमले के बाद बुधवार देर रात को पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इंडियन एयर फोर्स ने एयर स्ट्राइक करके ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। पाकिस्तान जिसकी अर्थव्यवस्था पहले से ही जर्जर थी, लेकिन उम्मीद जतायी जा रही है कि भारत के इस एक्शन से ये ढह सकती है। अब पाकिस्तान को जवाब मिल गया होगा कि किसी बेगुनाह की मांग का सिंदूर मिटाने की क्या कीमत हो सकती है?
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को आर्थिक रुप से कई झटके दिए थे। इस सिलसिले में सबसे पहला कदम भारत ने ये उठाया था जब पाकिस्तान के साथ किए गए सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया था। भारत के इस एक्शन का सीधा असर पाकिस्तान के शेयर मार्केट पर हुआ था, क्योंकि कराची स्टॉक एक्सचेंज 7000 अंकों तक टूट गया था।
पाकिस्तान में महंगाई इस कदर बढ़ी हुई है कि लोगों के खाने के लाले पड़ गए हैं। ऐसे में आज भी यही उम्मीद की जा रही है कि Operation Sindoor से कराची स्टॉक एक्सचेंज में भारी गिरावट आ सकती है। इस गिरावट के बाद पाकिस्तान में महंगाई और भी ज्यादा बढ़ सकती है, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चरमरा सकती है। साथ ही ये भी उम्मीद है कि पाकिस्तान की इकोनॉमी सिंधु में डूब जाएगी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सिंधु बेसिन की नदियां पाकिस्तान के 25 प्रतिशत सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी का सपोर्ट करती हैं और पाकिस्तान की फूड सिक्योरिटी को बनाए रखने में एक अहम भूमिका निभाती हैं। आपको बता दें कि पाकिस्तान की 80 प्रतिशत अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित होती है और इसकी सिंचाई के लिए पाकिस्तान पूरी तरीके से सिंधु नदी के पानी पर निर्भर करता है।
पाकिस्तान में होने वाली खेती डायरेक्टली और इनडायरेक्टली 60 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या का भरण पोषण करती है। लाहौर, मुल्तान और कराची जैसे शहरों को पीने और इंडस्ट्रियल उद्देश्यों के लिए इस सिस्टम से पानी मिलता है।
पहलगाम हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कुछ ऐसे सख्त एक्शन लिए हैं, जिससे पाकिस्तान दाने दाने को मोहताज हो जाएगा। भारत के सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करने के बाद पाकिस्तान बूंद-बूंद को तरस सकता है। जिसका सीधा असर पाकिस्तान के एग्रीकल्चर सेक्टर पर हो सकता है और जिसके कारण महंगाई बढ़ सकती है।
पाकिस्तान ने इसे साल 2023 में तकरीबन 40 प्रतिशत से वापस कम दोहरे अंकों पर ला दिया है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण महंगाई भी लगातार बढ़ती जा रही है, जिसके कारण आटे चावल से लेकर पीने के पानी तक की कीमतों बढ़ सकती है।