केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : कम्यूनिकेशन एंड पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी पर अपनी राय पेश की है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका के टैरिफ वॉर से पैदा हुए मौजूदा ग्लोबल माहौल में भारत ने अपना कारोबार जारी रखा है। इस खतरे भरे माहौल के बाद भी भारत के बड़े बाजार, बड़े पैमाने पर लाभ और इनोवेशन के मामले पर ज्यादा ध्यान देने के कारण भारत के प्रतिस्पर्धी बने रहने की उम्मीद है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर बाकी देशों में भारत के रेसीप्रोकल टैरिफ की बात की जाए तो भी भारत वर्तमान में काफी अच्छी स्थिति में है।
सिंधिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में कहा है कि चूंकि अन्य देशों को भी अलग-अलग लेवल के टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए भारत संभवतः पहले की तुलना में कई प्रोडक्ट्स के मामले में ‘ज्यादा प्रतिस्पर्धी’ बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि आकर्षक डोमेस्टिक मार्केट ने ग्लोबल मल्टीनेशनल कंपनियों को यहां महत्वपूर्ण उपस्थिति स्थापित करने के लिए आकर्षित किया है। सिंधिया ने भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ की मजबूत रफ्तार और मैन्युफैक्चरिंग व इनोवेशन पर देश की पॉलिसी का हवाला दिया।
मंत्री ने कहा है कि इसलिए मेरा मानना है कि टैरिफ के कारण मौजूदा माहौल के बाद भी भारत प्रतिस्पर्धी बना रहेगा। इसका कारण बड़े पैमाने पर काम होने से हमें बचत का फायदा है। इसके साथ इनोवेशन बड़े बाजारों की जरूरतों को पूरा करने में हमें सक्षम बनाता है।
अमेरिकी टैरिफ स्थिति पर उनके नजरिये के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि टैरिफ के पूरे प्रश्न को तुलनात्मक दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए। सिंधिया ने कहा है कि यदि आप वह देश हैं जिसके साथ मैं कॉम्पीटिशन करता था और आप पर लगाए गए टैरिफ आज संभवतः मेरे शुल्क से दोगुने हैं। जहां मैं आपके मुकाबले प्रतिस्पर्धी नहीं था, अब मैं प्रतिस्पर्धी हो गया हूं। इसलिए, मुझे लगता है कि इसे केवल भारत-केंद्रित दृष्टिकोण से नहीं बल्कि तुलनात्मक दृष्टिकोण से भी देखना महत्वपूर्ण है।
मंत्री ने विश्वास जताया है कि अनेक सेक्टरों में अनेक उत्पादों के लिए टैरिफ लागू होने से पहले की तुलना में भारत ज्यादा प्रतिस्पर्धी बनकर उभरेगा। उन्होंने इसे एक अहम बदलाव बताते हुए कहा कि भारत ने बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर के दृष्टिकोण के साथ ही एक एक्सपोर्टर देश के दृष्टिकोण से भी खुद को बदल लिया है।
मंत्री ने कहा है कि आपको समझना होगा कि एक अर्थव्यवस्था के रूप में हम कहां खड़े हैं, आज भारत का कद बेहद ऊंचा है, हम आज साल 2028 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। हम आज करीब 4000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था है, साल 2028 तक 5000 डॉलर और साल 2030 तक 6000 अमेरिकी डॉलर के करीब होंगे।
बिजनेस की अन्य खबर पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
सिंधिया ने कहा कि एक ऐसा देश जो अपनी मोबाइल फोन की जरूरत का ज्यादातर हिस्सा इंपोर्ट करता था और सिर्फ 5 करोड़ फोन बनाता था। आज 35 से 40 करोड़ से ज्यादा मोबाइल फोन बना रहा है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि हमारा केवल मोबाइल एक्सपोर्ट ही 1,75,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)