(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Dollar vs Rupee: भारतीय रुपया आज बुधवार, 24 सितंबर को शुरुआती कारोबार में सात पैसे टूटकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.80 पर आ गया। अमेरिका के एच-1बी वीजा शुल्क में भारी वृद्धि और विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच घरेलू मुद्रा पर दबाव है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 88.80 प्रति डॉलर पर खुला जो पिछले बंद भाव से सात पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया शुरुआती कारोबार में 88.71 प्रति डॉलर पर भी पहुंचा। रुपया मंगलवार को 45 पैसे की गिरावट के साथ अपने सर्वकालिक निचले स्तर 88.73 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। दिन के कारोबार में रुपया 88.82 प्रति डॉलर पर भी पहुंचा था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 97.35 पर आ गया। घरेलू शेयर बाजारों में सेंसेक्स शुरुआती कारोबार 380.48 अंक फिसलकर 81,721.62 अंक पर और निफ्टी 106.45 अंक की गिरावट के साथ 25,063.05 अंक पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.24 प्रतिशत चढ़कर 67.79 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 3,551.19 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
गौरतलब है कि अगर रुपये की कीमत गिरती है तो इससे एक्सपोर्ट से आए सामानों के लिए पहले की तुलना में ज्यादा पैसा चुकाना पड़ता है। इसके साथ ही, जो स्टूडेंट्स बाहर पढ़ाई के लिए गए हैं, उनके लिए वहां रहने के साथ ही फीस चुकाना महंगा हो जाता है। इसके अलावे भी रुपये की वैल्यू कम होने से देश की इकोनॉमी पर कई तरह के नकारात्मक असर देखने को मिलते हैं।
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इससे पहले मंगलवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। डॉलर के मुकाबले में रुपए में 48 पैसे की गिरावट देखने को मिली और रुपया 88.76 के अपने लाइफ टाइम लोअर लेवल पर आ गया। भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी टैरिफ में बढ़ोतरी और अमेरिकी एच-1बी वीज़ा शुल्क में बढ़ोतरी जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि वैश्विक जोखिम से बचने की प्रवृत्ति और व्यापार नीति की अनिश्चितता ने भी रुपए में गिरावट को और बढ़ा दिया है।