प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: देश के विदेशी मुद्रा भंडार (India Forex Reserve) में गजब का उछाल देखने को मिला है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भारत का विदेशी की डेटा के मुताबिक, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 305 मिलियन डॉलर बढ़कर 654.271 बिलियन डॉलर हो गया है। इससे एक हफ्ते पहले देश का विदेशी मुद्रा भंडार 15.267 बिलियन डॉलर बढ़कर 653.966 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया था। यह बीते दो सालों में किसी एक हफ्ते में आया सबसे तेज उछाल था। विदेशी मुद्रा भंडार में आई इस बढ़त का श्रेय 28 फरवरी को रिजर्व बैंक द्वारा किए गए 10 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा एक्सचेंज को दिया जा रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ाने के मकसद से रुपये के मुकाबले डॉलर खरीदा था। रुपये में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए विदेशी मुद्रा बाजार में रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप के साथ-साथ पुनर्मूल्यांकन के चलते हाल ही में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का रुख दिख रहा है। सितंबर 2024 में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 704.885 बिलियन डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था।
शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, 14 मार्च को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 96 मिलियन डॉलर घटकर 557.186 बिलियन डॉलर रह गईं। डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित विदेशी मुद्रा आस्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है।
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वहीं अगर स्वर्ण भंडार की बात करें, तो इस दौरान स्वर्ण भंडार 66 मिलियन डॉलर बढ़कर 74.391 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 5.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.262 अरब डॉलर हो गया है. इस समीक्षाधीन हफ्ते में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार 28.3 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.431 अरब डॉलर रहा.