रिलायंस इंडस्ट्रीज (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : हाल ही में हुरुन इंडिया 500 ने नई लिस्ट जारी की हैं। इस लिस्ट के जारी होते ही धनकुबेरों के खजाने को लेकर चर्चा नए सिरे से शुरू हो गई है। इस लिस्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का नाम देश की सबसे अमीर कंपनी के तौर पर शामिल हुआ हैं।
इस सूची में दूसरा नाम टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का है। लाइन में इसके बाद एचडीएफसी, भारती एयरटेल और आईसीआईसीआई कंपनी का नाम शामिल हैं। इंडिया की प्राइवेट कंपनियों के साम्राज्य का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि भारत की ये 500 टॉप कंपनियों की टोटल वैल्यू भारती की जीडीपी से भी ज्यादा हैं। वहीं भारत की टॉप 10 कंपनियों की टोटल वैल्यू सऊदी अरब की जीडीपी से भी ज्यादा है।
भारत की टॉप 500 प्राइवेट कंपनियों की टोटल वैल्यू 3.8 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 324 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो देश की 3.5 ट्रिलियन डॉलर की टोटल जीडीपी से भी ज्यादा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड इस लिस्ट में लगातार चौथे साल सबसे ऊपर रही है, जबकि भारती एयरटेल और एनएसई को पहली बार टॉप 10 कंपनियों में जगह मिली है। हुरुन इंडिया 500 लिस्ट में देश की टॉप 500 सबसे वैल्यूएबल प्राइवेट कंपनियों को शामिल किया जाता है। सरकारी कंपनियों और विदेशी या फिर भारतीय कंपनियों की सब्सिडियरीज को इस लिस्ट से बाहर रखा जाता है। इस रिपोर्ट के अनुसार, ये 500 कंपनियां देश की आर्थिक रीढ़ की हड्डी हैं और तकरीबन 84 लाख लोगों को रोजगार देती हैं।
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हुरुन इंडिया रिपोर्ट में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाली कंपनी रही है, जिसकी वैल्यू में 297 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप जेप्टो ने 269 प्रतिशत, एनएसई ने 201 प्रतिशत और फिजिक्स वाला ने 172 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की है। ये सभी इस लिस्ट की सबसे ज्यादा वैल्यू ग्रोथ हासिल करने वाली कंपनियों में शामिल हैं। इस साल की सूची में 82 नई कंपनियों ने अपनी जगह बनायी है, जो पिछले साल की तुलना में 21 ज्यादा हैं। हुरुन इंडिया की रिपोर्ट में ये कहा गया है कि इंडियन स्टार्टअप्स का असर तेजी से आगे बढ़ रहा है और इंवेस्टर्स का उनमें भरोसा मजबूत हो रहा है।