प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2024-25 में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कंपनी भारतपे (BharatPe) के रेवेन्यू में करीब 30 प्रतिशत तक के बढ़ोत्तरी का अनुमान है। कंपनी के सीईओ नलिन नेगी ने यह जानकारी दी है। कंपनी ने इसी वित्त वर्ष में टैक्स पूर्व आय (EBITDA) सकारात्मक होने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी का डेढ़ से दो साल में आईपीओ (IPO) लाने का प्लान है। भारतपे यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में अपनी हिस्सेदारी भी कम कर रही है और संभावित खरीदारों की तलाश के लिए रोथ्सचाइल्ड की मदद ली है। नेगी ने कहा है कि BharatPe छोटे अधिग्रहणों के लिए तैयार है। जो कंपनियां में मूल्य जोड़ती हैं, वे इसके लिए उपयुक्त होंगी।
कंपनी के सीईओ ने आगे कहा कि बहुत सारी फिनटेक कंपनियां शुरू हुई हैं, कुछ अच्छा कर रही हैं, कुछ नहीं… कुछ के पास निश्चित रूप से बढ़त है लेकिन सही फाइनेंसिंग या संसाधन नहीं हैं, हम उनपर भी नजर रख रहे हैं।कंपनी बाजार की स्थितियों के आधार पर अगले डेढ़ से दो साल में आईपीओ लाने पर विचार कर रही है।
यह पूछे जाने पर कि क्या कंपनी ने आईपीओ की तैयारी के सिलसिले में संचालन, अनुपालन और वित्तीय स्थिति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिति दुरुस्त है और कंपनी पूरी तरह से नियंत्रण और संचालन पहलुओं पर केंद्रित है। नेगी ने कहा कि हमने पिछले एक-डेढ़ साल में अपनी प्रणाली और प्रक्रियाओं पर बहुत अधिक निवेश किया है। हालांकि, अब भी कुछ काम किया जाना बाकी है। उन्होंने वित्त वर्ष 2023-24 को भारतपे के लिए महत्वपूर्ण वर्ष करार देते हुए कहा कि कंपनी ने अक्टूबर, 2023 में पहली बार टैक्स से पहले आय (EBITDA) के स्तर पर लाभ हासिल किया।
नेगी ने कहा कि हम 2024-25 में टैक्स पूर्व आय के स्तर पर लाभ की स्थिति देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जनवरी में हम एक को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड पेश करेंगे और वित्त वर्ष के अंत से पहले हम एक लोन सर्विस से जुड़ा प्रोडक्ट भी लाएंगे। इसलिए जब हम वृद्धि और लाभ प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, तो हम यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं भविष्य में हमें आगे बढ़ने में मदद करने के लिए नए उत्पाद मौजूद हों।
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नेगी ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में वृद्धि दर लगभग 30 प्रतिशत के करीब होगी जो 2023-24 से कम है। लेकिन 2025-26 में वृद्धि अधिक होगी। भारतपे ने वित्त वर्ष 2023-24 में विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में लगातार वृद्धि दर्ज की। शेयर-आधारित भुगतान व्यय से पहले समूह का इंटीग्रेटेड ईबीआईटीडीए नुकसान सालाना आधार पर 75 प्रतिशत की भारी कमी के साथ 209 करोड़ रुपये रहा। इंटीग्रेटेड परिचालन आय सालाना आधार पर 39 प्रतिशत बढ़कर 1,426 करोड़ रुपये रही और कर पूर्व एकीकृत घाटा सालाना आधार पर 50 प्रतिशत कम होकर 474 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 941 करोड़ रुपये था।