गृह मंत्री अमित शाह (सौजन्य : सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : देश के गृहमंत्री अमित शाह अपनी हर रैली में मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनवाना नहीं भूलते हैं। वे मंच से हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल कार्यों की तारीफ करते है। इसी सिलसिले में सूरत के डुमस रोड पर एक ट्रस्ट की ओर से संचालित कैंसर अस्पताल के उद्घाटटन के मौके पर उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के बारे में बड़ी बात की है। इस कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने केंद्र सरकार की ओर से चलाई जाने वाली सभी योजनाओं में से आयुष्मान भारत को सबसे बेस्ट स्कीम बताया है। उन्होंने कहा है कि ये योजना सबसे बेस्ट है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जीवनकाल में कई ऐतिहासिक काम किए हैं, लेकिन अगर उन सभी में से अगर आप मुझसे पूछेगें कि सबसे अच्छी स्कीम कौन सी है, तो मैं बिना किसी झिझक के आयुष्मान भारत योजना कहूंगा। इस योजना के अंतर्गत, लगभग 60 करोड़ देश की जनता अब 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज पाने के योग्य हैं। उन्होंने कहा है कि 250 करोड़ रुपये की लागत से एक ट्रस्ट के द्वारा बनाए गए इस कैंसर हॉस्पिटल में आयुष्मान भारत कार्ड वाले मरीज भी अपना इलाज करवा सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन के दौरान ये भी कहा है कि मोदी सरकार ने देश में हेल्थ सर्विसेज सेक्टर को बेहतर बनाने के लिए कई आवश्यक कदम उठाए हैं। भारत का हेल्थ सर्विस बजट साल 2013-14 में 37,000 करोड़ रुपये से बढ़कर मोदी सरकार के अंतर्गत 98,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो आवंटन से तीन गुना बढ़त को दर्शाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में हेल्थ सर्विसेज को बेहतर बनाने पर जोर दिया है।
शाह ने कहा है कि साल 2014 में 387 मेडिकल कॉलेज थे, जिनमें से हर साल 51,000 एमबीबीएस डॉक्टर तैयार होते थे, लेकिन अब मेडिकल कॉलेजेस की संख्या बढ़कर 766 हो गई है, जिनमें से 1.15 लाख एमबीबीएस डॉक्टर तैयार होते हैं। अमित शाह ने कहा कि अन्य पहलों में मेडिकल सेक्टर को बढ़ावा देना, स्वच्छ पीने का पानी उपलब्ध कराना और देश के लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खेलों को बढ़ावा देना जैसी चीजें शामिल हैं।
बिजनेस की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
आयुष्मान भारत स्कीम जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानी पीएमजेएवाई के नाम से भी जाना जाता है। इस स्कीम को केंद्र सरकार द्वारा साल 2018 में शुरू किया गया था। इस स्कीम के अंतर्गत, सरकार कमजोर इनकम सेगमेंट वाले लोगों के परिवार को हर साल 5 लाख रुपये तक का इंश्योरेंस कवर देती हैं। जिसके कारण 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज होता है।