गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण, (फाइल फोटो)
लखनऊ: गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) में बन रहे आईटी पार्क (Gorakhpur IT Park) में 36 सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर यूनिट्स संचालित की जाएंगी इससे न केवल स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। इस आईटी पार्क का निर्माण सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) द्वारा सेक्टर 7 में किया जा रहा है।
बता दें कि यह आईटी पार्क कुल 3.5 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इसका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, यहां स्टार्टअप शुरू करने वाले युवा उद्यमी अपने लैपटॉप के साथ आकर काम कर सकते हैं। साथ ही, बड़ी कंपनियों के लिए सर्विस सेंटर की भी सुविधा होगी। इससे स्थानीय और बाहरी कंपनियों को एक नया प्लेटफॉर्म मिलेगा, जिससे तकनीकी क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) ने साल 2020 में ही इस परियोजना के लिए जमीन आवंटित की थी। लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत से साल 2022 तक इसका निर्माण पूरा करने की प्लानिंग थी। हालांकि, कोरोना महामारी के कारण इसमें देरी हुई, लेकिन अब इसका काम लगभग पूरा हो चुका है। सोमवार को गीडा के सीईओ अनुज मलिक और STPI के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक हुई, जिसमें संचालन की रूपरेखा तैयार की गई। इस पार्क से युवाओं को काफी मदद मिलेगा।
आईटी पार्क में दो तरह की सुविधाएं दी जाएंगी। पहली, कोई भी व्यक्ति अपना लैपटॉप लेकर वहां बैठकर काम कर सकेगा, जिससे फ्रीलांसिंग और स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा। दूसरी, बड़ी कंपनियों को अपने सर्विस सेंटर स्थापित करने का अवसर मिलेगा, जिससे लोकल युवाओं को नौकरियां मिलेंगी।
बिजनेस सेक्टर से जुड़ी अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
यह आईटी पार्क गोरखपुर को तकनीकी और स्टार्टअप हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। इससे क्षेत्र के युवाओं को घर के पास ही आधुनिक तकनीकी सुविधाएं और रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकेंगे। इसके साथ स्टार्टअप कंपनियों के आने से क्षेत्र में काफी बड़ी संख्या में रोजगार भी पैदा होगा और स्थानीय लोगों को नौकरी के लिए दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों में नहीं जाना होगा।