CNG कार को लेकर क्या खबर है। (सौ. Freepik)
नवभारत ऑटोमोबाइल डेस्क: महाराष्ट्र सरकार द्वारा CNG और इलेक्ट्रिक वाहनों पर रोड टैक्स बढ़ाने के फैसले का सीधा असर बाजार पर पड़ सकता है। हालांकि, ऑटोमोबाइल डीलर्स संघ (FADA) के सचिव अमर जतिन शेठ के अनुसार, CNG कारों पर कर बढ़ोतरी से अधिक फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन महंगे इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में हल्की गिरावट आ सकती है।
महाराष्ट्र सरकार ने 1 अप्रैल 2025 से CNG और इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर मोटर वाहन कर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। नए नियमों के तहत, CNG कारों पर 1% अतिरिक्त रोड टैक्स लागू किया जाएगा, जबकि 30 लाख रुपये से अधिक कीमत वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर 6% कर लगाया जाएगा।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र भारत के EV बाजार में 15% हिस्सेदारी रखता है। साल 2024 में राज्य में 15,044 इलेक्ट्रिक गाड़ियां बेची गईं, जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष में 2 लाख से अधिक CNG कारों की बिक्री हो चुकी है।
शेठ का मानना है कि CNG गाड़ियों की खरीदारी मुख्य रूप से ईंधन की बचत के कारण की जाती है। इसलिए 1% टैक्स वृद्धि से खरीदारों का रुख बदलने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा, “जो लोग आर्थिक कारणों से CNG कार खरीदते हैं, वे पेट्रोल या डीजल गाड़ियों की ओर रुख नहीं करेंगे।”
इलेक्ट्रिक वाहनों पर 6% रोड टैक्स केवल 30 लाख से अधिक कीमत वाली गाड़ियों पर लागू होगा, जिससे हाई-एंड EVs की बिक्री पर हल्का असर हो सकता है। शेठ के अनुसार, “यह कर लग्जरी सेगमेंट को लक्षित करता है, जिससे कुछ उपभोक्ता खरीदारी पर दोबारा विचार कर सकते हैं।”
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत तेजी से विकसित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है, और ऑटोमोबाइल सेक्टर को अतिरिक्त करों का बोझ उठाने की जरूरत नहीं होनी चाहिए।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग लगातार बढ़ रही है। शेठ ने बताया कि सब्सिडी हटाए जाने के बाद कुछ समय के लिए EV बिक्री में गिरावट आई थी, लेकिन अब इसमें दोबारा वृद्धि देखी जा रही है। “EV सेक्टर अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन दोपहिया और तिपहिया वाहनों में इसकी जबरदस्त ग्रोथ हो रही है।”
विशेष रूप से, 60% तिपहिया वाहनों में अब इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी अपनाई जा रही है। शेठ का मानना है कि जैसे-जैसे चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होगा, EV की मांग में और तेजी आएगी।
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CNG वाहनों पर 1% अतिरिक्त रोड टैक्स का असर बहुत कम रहेगा, जबकि महंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री पर 6% टैक्स से थोड़ी गिरावट आ सकती है। हालांकि, लंबी अवधि में EV सेगमेंट की वृद्धि जारी रहेगी, खासकर चार्जिंग सुविधाओं में सुधार के साथ।